देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बुधवार को हुए आतंकी हमलों के बाद बहुराष्ट्रीय कंपनियों और भारतीय आईटी कंपनियों ने अपनी सुरक्षा और सतर्कता बढ़ा दी है।
इस भय की एक प्रमुख वजह यह भी है कि इन्फोसिस जैसी आईटी कंपनियों को अतीत में आतंकवादी हमलों के लिए संवेदनशील निशाना माना जाता रहा है। आईटी कंपनियां किसी सरकारी सुरक्षा का इंतजार कर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती हैं।
कई घरेलू और वैश्विक आईटी कंपनियों ने सुरक्षा की दृष्टि से अपने ग्राहक और वरिष्ठ अधिकारियों की भारत यात्रा को या तो टाल दिया है या फिर इसे रद्द कर दिया है। हालांकि कंपनियां इन दौरों को रद्द किए जाने के बारे में ब्यौरा देने को इच्छुक नहीं हैं।
सूत्रों का कहना है कि इन्फोसिस ने स्थिति में सुधार नहीं आने तक अपने कर्मचारियों की मुंबई यात्रा को स्थगित कर दिया है। इसके अलावा कंपनी ने देश में अपने सभी कैम्पस के इर्द-गिर्द सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी है।
कंपनी की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘इन्फोसिस का मुंबई में विकास केंद्र नहीं है। हमारे सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं और हमारे कारोबार पर इस हमले का कोई असर नहीं पड़ा है। लेकिन हमने हमलों के बाद भारत में अपने सभी कैम्पस में सुरक्षा बढ़ा दी है और पूरी सतर्कता बरती जाएगी।’
देश की प्रमुख कंपनी आईबीएम ने कहा है कि उसने देश में अपने सभी कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ा दी है। आईबीएम द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, ‘हमारे कर्मचारियों की सुरक्षा और रक्षा हमारे लिए बेहद अहम है और हम उचित एहतियाती कदम उठा रहे हैं।’
विप्रो ने भी मुंबई में आतंकी हमले के बाद अपने सुरक्षा में इजाफा कर दिया है।