वित्तीय संकट की तपिश से हो सकता है कि इस बार नामी-गिरामी कंपनियां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की कैंपस नियुक्ति में हिस्सा न लें।
हालांकि इन आशंकाओं के बाद भी आईआईटी के छात्रों की उम्मीदें बरकरार हैं। कई छात्रों ने इस बार नवगठित कंपनियों के साथ ही अपने करियर की शुरुआत करने का मन बनाया है।
आईआईटी बंबई का इंटरप्रेनुअरशिप सेल (ई-सेल) राष्ट्रीय इंटरप्रेनुअरशिप नेटवर्क (एनईएन) के साथ मिलकर नवगठित कंपनियों का एक रिक्रूटमेंट प्रोग्राम आयोजित कर रहा है ।
जिसके लिए 200 छात्र पंजीयन करा चुके हैं। यह पहली बार है जब संस्थान में नवगठित कंपनियों के साथ नियुक्ति प्रक्रिया आयोजित की जा रही है। इसमें अब तक 10 कंपनियों ने खुद को पंजीकृत कराया है जिसमें एमएआईए इंटेलीजेंस, रेडबस, सेवेंटीएमएम सर्विसेज और ज्यूस न्यूमेरिक्स शामिल हैं।
आईआईटी में नियुक्तियां दिसंबर में शुरू हो जाती हैं जो उससे अगले साल फरवरी तक जारी रहती हैं। आईआईटी बंबई में सोसाइटी फॉर इनोवेशन ऐंड इंटरप्रेनुअरशिप (एसआईएनई) के सीईओ सुशांत मित्रा ने कहा, ‘हर साल ऐसे छात्रों की संख्या बढ़ रही है जो नवगठित कंपनियों के साथ अपना करियर शुरू करना चाहते हैं।
इस साल ऐसे छात्रों की संख्या और अधिक हो सकती है क्योंकि मौजूदा संकट के माहौल में भी नवगठित कंपनियों की ओर से रोजगार के अवसरों में कोई बदलाव नहीं आया है।’
आईआईटी दिल्ली में भी नवगठित कंपनियों की ओर से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। पिछले साल जहां केवल 2 नवगठित कंपनियां नियुक्तियों के लिए आई थीं, वहीं इस बार अब तक कुल 7 ऐसी कंपनियां पंजीयन करा चुकी हैं। ये कंपनियां छात्रों को सालाना 5 से 6 लाख रुपये के पैकेज का प्रस्ताव देती हैं।
नामी कंपनियों की तुलना में कई बार इन कंपनियों की ओर से प्रस्तावित नौकरियों का प्रोफाइल बेहतर होता है। कुछ छात्रों का तो मानना यह भी है कि नवगठित कंपनियों में उन्हें काम करने की अधिक आजादी होती है और वे ज्यादा कलात्मक तरीके से काम कर सकते हैं।
आईआईटी दिल्ली में इंटरप्रेनुअरशिप डेवलपमेंट सेल के अमरजीत ने बताया, ‘यह समय ऐसा नहीं है जब आप मनचाही नौकरी पा सकें, इस समय तो एक अदद नौकरी की चाहत करना ही काफी है।
नवगठित कंपनियों में आपको अच्छी तनख्वाह मिलती ही है साथ ही जिम्मेदारी वाले काम करने का अवसर भी मिलता है। जबकि बड़ी कंपनियों के साथ ऐसा नहीं है।’ अमरजीत खुद एक नवगठित कंपनी के साथ जुड़ रहे हैं।
आईआईटी बंबई की नजर अब गेमिंग, चिकित्सकीय उपकरण, मीडिया और मनोरंजन, परिवहन, स्वास्थ्यफार्मा, वित्तीय सेवा, केमिकल मार्केटिंग, खेल, विज्ञापन और विपणन और आईटी कंसल्टिंग जैसे क्षेत्रों की ओर है।
संस्थान में ई-सेल के प्रबंधक ध्रुव समीर शाह ने बताया, ‘आईआईटी के छात्रों के लिए तनख्वाह एक महत्त्वपूर्ण पहलू है। पर फिर भी ऐसे छात्रों की कमी नहीं है जो कुछ अलग करना चाहते हैं।’