कंपनियां

IOC Q3 results: सरकारी तेल कंपनी का मुनाफा बढ़कर 8,063 करोड़ रुपये हुआ

IOC के लाभ में वृद्धि का कारण विपणन मार्जिन बढ़ना है। कच्चे तेल के दाम में नरमी के बावजूद पेट्रोल और डीजल के दाम की समीक्षा नहीं होने से विपणन मार्जिन बढ़ा है।

Published by
भाषा   
Last Updated- January 24, 2024 | 6:12 PM IST

IOC Q3 results: सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) का एकल आधार पर शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बढ़कर 8,063.39 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। कंपनी ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी। एक साल पहले 2022-23 की इसी तिमाही में कंपनी को 448.01 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। हालांकि, चालू वित्त वर्ष की दूसरी सितंबर तिमाही के 12,967.32 करोड़ रुपये के मुकाबले तीसरी तिमाही का मुनाफा काफी कम रहा है।

विपणन मार्जिन में सुधार से बढ़ा मुनाफा

IOC के लाभ में वृद्धि का कारण विपणन मार्जिन बढ़ना है। कच्चे तेल के दाम में नरमी के बावजूद पेट्रोल और डीजल के दाम की समीक्षा नहीं होने से विपणन मार्जिन बढ़ा है। इससे कंपनी को 2022-23 में दाम ऊंचे होने के कारण जो नुकसान हुआ था, उसकी भरपाई में मदद मिली।

कंपनी की कर पूर्व आय बढ़कर 11,428 हुई

पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री से कंपनी की कर पूर्व आय चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बढ़कर 11,428.88 करोड़ रुपये रही। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी की इस मद से कर पूर्व आय 1,541.95 करोड़ रुपये थी। IOC अपनी रिफाइनरियों में पेट्रोल, डीजल और एलपीजी बनाने के लिए मुख्य रूप से आयातित कच्चे तेल का उपयोग करती है।

Also read: Bajaj Auto Q3 results: कंपनी का नेट प्रॉफिट 38 प्रतिशत बढ़ा, रेवेन्यू 12,165 करोड़ रुपये रहा

IOC का नेट प्रॉफिट 34,781 करोड़ रुपये रहा

चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों (अप्रैल-दिसंबर, 2023) में IOC का शुद्ध लाभ 34,781.15 करोड़ रुपये रहा जबकि एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी को 1,816.87 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। नौ महीने का लाभ कंपनी के 2021-22 के लाभ से भी अधिक है।

कंपनी ने बाद में बयान में कहा कि नौ महीने की अवधि में लाभ बढ़ने का कारण उच्च विपणन मार्जिन और विनिमय दर के स्तर पर नुकसान का कम रहना है। IOC की परिचालन आय चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कुछ घटकर 2.23 लाख करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 2.28 लाख करोड़ रुपये थी।

First Published : January 24, 2024 | 6:12 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)