जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के नए कारोबारी प्रीमियम (एनबीपी) में दिसंबर महीने में 20 फीसदी की गिरावट आने के कारण उस महीने जीवन बीमाकर्ताओं का एनबीपी मोटे तौर पर सपाट रहा। एनबीपी ने अक्टूबर महीने में खराब प्रदर्शन करने के बाद नवंबर में शानदार प्रदर्शन किया था।
लेकिन, अक्टूबर से दिसंबर तिमाही में जीवन बीमाकर्ताओं के एनबीपी में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 10.45 फीसदी की उछाल आई। मुख्य तौर पर ऐसा निजी बीमा कंपनियों के एनबीपी में जबरदस्त उछाल आने की वजह से हुआ। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बीमाकर्ताओं ने 73,249.97 करोड़ रुपये के एनबीपी की कमाई की जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में उन्होंने 66,318.76 करोड़ रुपये के एनबीपी की कमाई की थी। एक ओर जहां निजी बीमाकर्ताओं के एनबीपी में 33 फीसदी की उछाल आई जबकि एलआईसी के एनबीपी में 2.6 फीसदी का संकुचन आया।
एनबीपी किसी विशेष वर्ष के लिए नई पॉलिसियों से अर्जित प्रीमियम का कहते हैं। दिसंबर में निजी बीमाकर्ताओं का एनबीपी सालाना आधार पर 30 फीसदी बढ़कर 13,032.33 करोड़ रुपये हो गया जो कि एलआईसी के 11,434.13 करोड़ रुपये के एनबीपी से अधिक है।
एलआईसी के एनबीपी में 20 फीसदी की गिरावट आई। ऐसा मोटे तौर पर समूह एकल प्रीमियमों में 35 फीसदी की कमी आने की वजह से हुआ। बड़े निजी जीवन बीमाकर्ताओं में एचडीएफसी लाइफ के एनबीपी में सालाना आधार पर 56 फीसदी की वृद्घि दर्ज की गई जबकि एसबीआई लाइफ ने 27 फीसदी और मैक्स लाइफ ने 32 फीसदी की वृद्घि दर्ज की। दूसरी ओर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने दिसंबर महीने में एनबीपी में 6 फीसदी की गिरावट दर्ज की।