महंगाई और ब्याज दरों में बढ़ोतरी की वजह से प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड की बिक्री पर भी असर पड़ रहा है।
जुलाई माह में कंपनी के वाहनों की बिक्री की रफ्तार पिछले चार माह में सबसे कम है। जुलाई महीने में कंपनी के कुल 58,543 कारों की बिक्री हुई, जो पिछले साल की समान अवधि से 630 वाहन ही ज्यादा है। हालांकि कंपनी ने बताया कि अब भी मारुति ए 3 सेगमेंट वाहन बेचने वाली प्रमुख कंपनी बनी हुई है।
कंपनी ने कहा कि घरेलू बाजार में 52,911 कारों की बिक्री हुई, जो पिछले साल की बिक्री के आंकड़े के मुकाबले 0.1 फीसदी अधिक है। पिछले साल जुलाई में घरेलू बाजर में 52,839 कारें बेची गई थीं। हालांकि समीक्षाधीन अवधि में निर्यात में 11.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
कंपनी ने जुलाई के महीने में 5,632 कारों का निर्यात किया, जबकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 5070 कारों का निर्यात किया गया था। जानकारों का कहना है कि वर्तमान में ब्याज दर पिछले सात साल में सर्वाधिक है, वहीं महंगाई दर भी 13 साल के उच्च स्तर पर है। यही वजह है कि कारों की मांग में कमी आ रही है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि कारों की बिक्री में आई मंदी अगले कुछ महीनों तक जारी रहने की आशंका है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि ब्याज दरों में अभी और बढ़ोतरी की संभावना नजर आ रही है। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स के मुताबिक, मार्च महीने में कारों की बिक्री में करीब 12 फीसदी की तेजी आई थी, बावजूद इसके पिछले वर्ष की सामन अवधि के मुकाबले 22 फीसदी कम बिक्री हुई थी। जानकारों का कहना है कि ईंधन के दामों में उछाल की वजह से भी कारों की बिक्री पर असर पड़ा है। हालांकि यह एंट्री लेवल कारों तक ही सीमित है।
ज्यादा मार सस्ते मॉडलों पर
ब्याज दरों में बढ़ोतरी से घरेलू बाजार में घटी मांग
हालांकि निर्यात में करीब 11 फीसदी की हुई बढ़ोतरी
जुलाई माह में वाहनों की बिक्री की रफ्तार पिछले चार माह में सबसे कम
पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी भी है मांग कम होने की वजह