दो दिन के वैश्विक निवेशक सम्मेलन (GIM) के जरिये तमिलनाडु में निवेश और नौकरियों की बारिश हुई है। टाटा पावर, अदाणी समूह, सिंगापुर के सेम्बकॉर्प इंडस्ट्रीज और लीप ग्रीन एनर्जी के बड़े निवेश की बदौलत राज्य में कुल 6.64 लाख करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान हुआ है। इस निवेश से राज्य में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से करीब 26.9 लाख नौकरियों का सृजन हो सकता है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमारे अथक प्रयासों और इस वैश्विक निवेशक सम्मेलन में आपकी भागीदारी की बदौलत हमने 6,64,180 करोड़ रुपये का अभूतपूर्व निवेश हासिल किया है। इन निवेश से कुल 26,90,657 नौकरियों के सृजन की उम्मीद है जिनमें से 14,54,712 लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलेंगे।’
इसके पहले राज्य में आयोजित दो वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान साल 2015 में 2.42 लाख करोड़ रुपये और साल 2019 में 3 लाख करोड़ रुपये के निवेश हासिल हुए थे।
निवेश की घोषणा करने के मामले में टाटा पावर शीर्ष पर है जिसने अगले पांच से सात साल में राज्य में 10 गीगावॉट की सौर और पवन ऊर्जा इकाइयां लगाने के लिए 70 हजार करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है।
अदाणी समूह ने राज्य में निवेश के तीन समझौता पत्र पर दस्तखत किए हैं जिनके जरिये कुल 41,200 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इनमें एक सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई की स्थापना के लिए अगले पांच साल में 3,500 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है जिससे करीब 5,000 लोगों को नौकरियां मिलेंगी।
इसी तरह अगले पांच से सात साल में 24,500 करोड़ रुपये के निवेश से पंप स्टोरेज प्लांट की शुरुआत होगी जिसमें करीब 4,000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही अगले सात साल में 13,200 करोड़ रुपये के निवेश से हाइपरस्केल डेटा सेंटर की स्थापना शामिल है।
राज्य के उद्योग मंत्री टीआरबी राजा ने कहा, ‘जीआईएम ने तमिलनाडु के लिए बड़ी छलांग की आधारशिला रख दी है। हम ईवी, सेमीकंडक्टर, उन्नत विनिर्माण, बैटरी सेल विनिर्माण के साथ ही ज्यादा रोजगार के सृजन करने वाले गैर चमड़ा फुटवियर उद्योग पर ध्यान दे रहे हैं।’
सेम्बकॉर्प ने राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में 36,238 करोड़ रुपये के निवेश और लीपग्रीन ने नवीकरणीय स्टोरेज के लिए 17,400 करोड़ रुपये के निवेश का सौदा किया है।
ट्रैक्टर्स ऐंड फार्म इक्विपमेंट लिमिटेड (टैफे) ने भी राज्य में 500 करोड़ रुपये के निवेश के लिए करार किया है। टैफे की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मल्लिका श्रीनिवासन ने कहा, ‘तमिलनाडु देश के सबसे औद्योगीकृत राज्यों में से एक है जहां औद्योगिक संस्कृति का विकास, निवेश अनुकूल सरकार, समृद्ध और विविध प्रतिभाओं का खजाना और नवाचार के लिए प्रेरक अंतर्निहित मजबूती है। टैफे तमिलनाडु के जीवंत माहौल का फायदा उठाना और राज्य के नए वृदि्ध अवसरों में निवेश के लिए राज्य सरकार के साथ काम करना चाहती है।’
अगर क्षेत्रवार देखें तो निवेश सम्मेलन से उद्योग क्षेत्र में कुल 3,79,809 करोड़ रुपये का निवेश आया जिनसे 8,70,026 नौकरियों का सृजन होगा।
एमएसएमई क्षेत्र में 63,573 करोड़ रुपये का निवेश आया है जिनसे 2,51,660 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही आवास एवं शहरी विकास में 62,900 करोड़ रुपये का निवेश होगा जिससे 2,65,053 नौकरियों का सृजन होगा।