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साल 2023 में हो गए 152 अरबपति, मुकेश अंबानी तेज छलांग लगाकर फिर हो गए सबसे अमीर

2022 में इस सूची में अदाणी सबसे ऊपर थे मगर पिछले साल रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी उन्हें पछाड़कर एक बार फिर शीर्ष पर पहुंच गए। अं

Last Updated- January 01, 2024 | 10:53 PM IST
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देश में सूचीबद्ध कंपनियों के अरबपति प्रवर्तकों की संख्या 2023 में करीब 21 फीसदी बढ़कर 152 हो गई। दिसंबर के अंत तक उनकी कुल नेटवर्थ या हैसियत करीब 16 फीसदी बढ़कर 858.3अरब डॉलर के नए रिकॉर्ड पर पहुंच गई। 2022 में ऐसे अरबपतियों की संख्या 126 थी और उनकी कुल हैसियत करीब 739अरब डॉलर थी।

अरबपति प्रवर्तकों की कुल हैसियत या नेटवर्थ समूह की कंपनियों में उनके परिवार की हिस्सेदारी का कुल बाजार मूल्य होती है। कैलेंडर वर्ष 2023 के दौरान अरबपति प्रवर्तकों की कुल हैसियत 16.2 फीसदी बढ़ गई, जबकि परिवार के स्वामित्व वाली सभी सूचीबद्ध कंपनियों के प्रवर्तकों की कुल हैसियत में 15.5 फीसदी इजाफा हुआ।

2023 की सूची बताती है कि अरबपतियों की जमात में कई नए नाम शामिल हुए हैं। यह भी पता चलता है कि प्रवर्तकों की कुल नेटवर्थ में सबसे अमीर प्रवर्तकों की हिस्सेदारी घटी है। कुल नेटवर्थ में देश के दो सबसे अमीर प्रवर्तकों मुकेश अंबानी और गौतम अदाणी की हिस्सेदारी 2022 में 34.8 फीसदी थी। मगर 2023 में यह घटकर 25.5 फीसदी रह गई।

2022 में इस सूची में अदाणी सबसे ऊपर थे मगर पिछले साल रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी उन्हें पछाड़कर एक बार फिर शीर्ष पर पहुंच गए। अंबानी की नेटवर्थ 112.4 अरब डॉलर रही। 2022 के अंत में उनकी नेटवर्थ 107.4 अरब डॉलर थी यानी 2023 में इसमें 4.7 फीसदी इजाफा हुआ।

अदाणी को 2023 में अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से नुकसान हुआ, जिसके बाद अदाणी समूह की कंपनियों के शेयर धराशायी हो गए। रिपोर्ट में समूह पर ऋण के बोझ और उसके शेयरधारिता ढांचे पर चिंता जताई गई थी।

अदाणी समूह ने उसका पुरजोर खंडन किया, लेकिन निवेशकों के बीच जबरदस्त बिकवाली से शेयर काफी लुढ़क गए। इस वजह से 2022 की 149.5 अरब डॉलर नेटवर्थ दिसंबर 2023 के अंत में घटकर 106.63 अरब डॉलर ही रह गई। फिर भी अदाणी परिवार की नेटवर्थ तीसरे पायदान पर खड़े एचसीएल टेक्नोलॉजिज के शिव नादर परिवार की नेटवर्थ के मुकाबले 3.6 गुना है।

शिव नादर एवेन्यू सुपरमार्ट के राधाकिशन दमानी को पछाड़कर भारत के तीसरे सबसे अमीर परिवार बने। उनकी हैसियत 2022 की 21.75 अरब डॉलर से 34.9 फीसदी बढ़कर 29.3 अरब डॉलर हो गई। 2023 के अंत में 24 अरब डॉलर की हैसियत के साथ दमानी बिज़नेस स्टैंडर्ड अरबपति सूची में चौथे नंबर पर रह गए। 2022 के अंत में उनकी नेटवर्थ 25.1 अरब डॉलर थी।

विप्रो के अजीम प्रेमजी 2023 के अंत में 21.8 अरब डॉलर हैसियत के साथ भारतीय अरबपतियों की सूची में पांचवें पायदान पर रहे। 2022 के अंत में उनकी नेटवर्थ 19.8 अरब डॉलर थी। साल 2023 की सूची में एशियन पेंट्स के मालव दानी, अमृता वकील व मनीष चोकसी की कुल नेटवर्थ 20.8 अरब डॉलर रही। (शेष पृष्ठ 10 पर)

सूची में सन फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्रीज के दिलीप सांघवी (20.7 अरब डॉलर), भारती एयरटेल के सुनील भारती मित्तल (20.2 अरब डॉलर), जेएसडब्ल्यू ग्रुप के सज्जन जिंदल (18.9 अरब डॉलर) और राहुल बजाज समूह के राजीव एवं संजीव बजाज (16.7 अरब डॉलर) शामिल हैं।

शीर्ष 10 भारतीय अरबपतियों में ज्यादा फेरबदल नहीं हुआ। कोटक महिंद्रा के उदय कोटक ही इस सूची से बाहर गए और सज्जन जिंदल आ गए। जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) आने और शेयर सूचीबद्ध होने से जिंदल परिवार की हैसियत 55.4 फीसदी बढ़ गई। इस कंपनी ने परिवार की नेटवर्थ में करीब 4.5 अरब डॉलर का इजाफा किया।

साल 2023 में एक के बाद एक आईपीओ आने और उन्हें निवेशकों का भरपूर दुलार मिलने के कारण अबरपतियों की सूची में चार नए प्रवर्तक शामिल हुए। मैनकाइंड फार्मा के रमेश चंद्र जुनेजा 7.4 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ देश के 25वें सबसे अमीर कारोबारी बन गए।

आईपीओ के जरिये इस सूची में अपनी जगह बनाने वाले अन्य कारोबारियों में सेलो वर्ल्ड के प्रदीप राठौड़ (1.6 अरब डॉलर), आरआर केबल त्रिभुवनप्रसाद काबरा (1.3 अरब डॉलर)और सिग्नेचर ग्लोबल के प्रदीप कुमार अग्रवाल (1अरब डॉलर)शामिल हैं।

पिछले साल मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में तेजी के कारण अरबपति सूची में सबसे अधिक इजाफा हुआ और 29 नए नाम जुड़े।

ऑथम इन्वेस्टमेंट ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर के अमित डांगी इनमें सबसे आगे रहे, जिनकी नेटवर्थ 2023 में 323 फीसदी बढ़ी। उनके बाद जिंदलसॉ के पीआर जिंदल (281 फीसदीबढ़त), केन्स टेक की सविता रमेश (263 फीसदी), अपार इंडस्ट्रीज के कुशल देसाई (222 फीसदी) और कल्याण ज्वैलर्स के टीएस कल्याणरमण (168 फीसदी बढ़त) रहे।

First Published - January 1, 2024 | 10:53 PM IST

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