भारत के विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि की तेज गति बनी हुई है। शुक्रवार को जारी एक निजी सर्वे के मुताबिक घरेलू और विदेशी बाजार में तेज मांग के कारण अगस्त में विनिर्माण क्षेत्र का पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) बढ़कर 3 माह के उच्च स्तर 58.6 पर पहुंच गया, जो जुलाई में 57.7 था।
यह लगातार 26वां महीना है, जब सूचकांक 50 से ऊपर है। सर्वे में 50 से कम अंक संकुचन और इससे ऊपर प्रसार का संकेतक होता है। वैश्विक क्रेडिट एजेंसी एसऐंडपी ग्लोबल के सर्वे में कहा गया है, ‘सर्वे से भारत के विनिर्माण क्षेत्र की स्थिति में तेज सुधार का पता चलता है।
नए ऑर्डर और उत्पादन में अगस्त के दौरान करीब 3 साल की तुलना में सबसे तेज वृद्धि हुई है। बढ़ती मांग को देखते हुए फर्मों ने कामकाज बढ़ाया है और अपने इनपुट स्टॉक बढ़ाए हैं, जो करीब साढ़े 18 साल के आंकड़े में दूसरी सबसे तेज बढ़ोतरी है।’
सर्वे में कहा गया है कि मांग मजबूत रहने के साथ प्रतिस्पर्धी कीमत और विज्ञापन के कारण अगस्त का प्रदर्शन बेहतर रहा है और जनवरी 2021 के बाद से नए ऑर्डर में सबसे तेज वृद्धि हुई है।
इसमें कहा गया है, ‘विनिर्माताओं के कुल ऑर्डर बुक में अंतरराष्ट्रीय बिक्री जुड़ी है। न सिर्फ नए निर्यात ऑर्डर बढ़े हैं, बल्कि यह नवंबर 2022 के बाद की सबसे तेज वृद्धि है। सर्वे में शामिल लोगों ने कहा कि उन्हें बांग्लादेश, चीन, मलेशिया, सिंगापुर, ताइवान और अमेरिका से ग्राहक मिले हैं।’
एसऐंडपी ग्लोबल में इकोनॉमिक्स एसोसिएट डायरेक्टर पॉलियाना डी लीमा ने कहा कि पीएमआई के आंकड़े ने अगस्त महीने में भारत के विनिर्माण की गतिशील तस्वीर पेश की है और नए ऑर्डर व उत्पादन में तेज वृद्धि ने दूसरी तिमाही के आर्थिक वृद्धि में अहम भूमिका निभाई है।