Hotel Sector: नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की रिपोर्ट के अनुसार Q2FY26 यानी जुलाई से सितंबर का समय होटल उद्योग के लिए उम्मीद से कमजोर रहा। इस दौरान पूरे सेक्टर में प्रति उपलब्ध कमरे की कमाई केवल 3.8 प्रतिशत बढ़ी। यह बढ़ोतरी इसलिए धीमी रही क्योंकि मौसम से जुड़ी दिक्कतें थीं। दुनिया भर में तनाव की स्थिति बनी हुई थी। एक बड़े हवाई हादसे का असर भी उद्योग पर पड़ा। कई होटल कंपनियां अपने प्रॉपर्टी की मरम्मत और सुधार का काम भी कर रही थीं, जिसके कारण कमाई प्रभावित हुई।
रिपोर्ट के मुताबिक यह तिमाही आम तौर पर होटल उद्योग के लिए थोड़ी कमजोर रहती है, लेकिन इस बार हालात और मुश्किल थे। कमरों का औसत किराया तो बढ़ा, लेकिन जितने कमरे भरे रहने चाहिए थे, वह संख्या थोड़ी कम हो गई।
मुंबई का प्रदर्शन भी कमजोर रहा। इसकी वजह यह थी कि पिछले साल इसी समय शहर में एक बहुत बड़ी शादी हुई थी, जिसके कारण उस समय कमाई काफी ज्यादा थी। उसी ऊंचे स्तर से तुलना होने पर इस बार के आंकड़े कमजोर दिखे। इसके अलावा कई होटलों में मरम्मत का काम भी चल रहा था, जिससे उनकी कमाई घट गई।
कुल मिलाकर, इस पूरे आधे साल में होटल उद्योग की कमाई धीमी रही। हालांकि कंपनियों को भरोसा है कि आने वाले महीनों में शादी का सीजन और व्यापारिक यात्रा बढ़ने से स्थिति सुधरेगी और मांग बढ़ेगी।
इस तिमाही में होटल कंपनियों की प्रॉफिटिबिलिटी मिली जुली रही। कुछ कंपनियों ने खर्च कम करके अपना मुनाफा बढ़ाया, जबकि कुछ कंपनियों को रेनोवेशन के खर्च और कम आय की वजह से दबाव झेलना पड़ा। लेमन ट्री होटल्स का मुनाफा घटा क्योंकि कंपनी ने मरम्मत के काम, नई तकनीक पर खर्च और कर्मचारियों को एक बार दिया गया एक्स ग्रेशिया भुगतान जैसी चीजों पर अधिक पैसा लगाया। दूसरी तरफ सामही होटल्स और जूनिपर होटल्स का प्रदर्शन अच्छा रहा। सामही को ऊंचे कमरे किराए और अच्छी ऑक्यूपेंसी से फायदा मिला। जूनिपर होटल्स ने बिजली और ऊर्जा खर्च में बचत की क्योंकि वे अधिक मात्रा में ग्रीन एनर्जी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
नुवामा की रिपोर्ट के अनुसार होटल कंपनियां साल की दूसरी छमाही को लेकर काफी उत्साहित हैं। अब त्योहारों का समय आने वाला है, छुट्टियों का सीजन शुरू होगा और शादियों का दौर भी तेज होगा। इससे होटलों में रहने और आयोजनों दोनों की मांग बढ़ने की उम्मीद है। वहीं मीटिंग, सम्मेलन और बड़े कार्यक्रम भी बढ़ने वाले हैं। घरेलू और विदेशी पर्यटन में भी तेजी दिखाई दे रही है, जिससे होटल उद्योग को सहारा मिलेगा।
लेमन ट्री का मानना है कि अगली तिमाही में उसके प्रति कमरे की कमाई यानी RevPAR और कुल आय दोनों में अच्छी बढ़ोतरी होगी। आई एच सी एल ने भी बताया है कि वह पूरे साल दो अंकों की आय वृद्धि के अपने लक्ष्य को लेकर पूरी तरह आत्मविश्वास में है।
रिपोर्ट में नुवामा ने लेमन ट्री होटल्स के शेयर खरीदने की सलाह दी है। उनका मानना है कि इस समय लेमन ट्री के शेयर की कीमत आकर्षक है और इसमें आगे बढ़ने की अच्छी संभावना दिख रही है। दूसरी तरफ नुवामा ने आई एच सी एल के लिए निवेश कम करने की सलाह दी है, क्योंकि उसके शेयर की कीमत अभी काफी ज्यादा है और आगे इसमें तेजी की गुंजाइश सीमित दिखाई देती है।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधित फैसले करने से पहले अपने एक्सपर्ट से परामर्श कर लें।)