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भारत के दोपहिया वाहन उद्योग ने इस साल अक्टूबर में अपना अब तक का सबसे मजबूत मासिक प्रदर्शन दर्ज किया है। रेटिंग एजेंसी इक्रा के मुताबिक, इस साल अक्टूबर में दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री एक साल पहले के मुकाबले 51.8 फीसदी बढ़कर 31.5 लाख गाड़ियों के साथ सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई। यह उछाल सितंबर के आखिरी हफ्ते में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरों में आई कमी से इसे बल मिला है।
दशहरा और दीवाली के दौरान मजबूत त्योहारी मांग के साथ जीएसटी दरों में कमी ने खरीदारी की गति को तेज किया। इसके अलावा, खेती से आय बढ़ने और अनुकूल मॉनसून से उत्साहित ग्रामीण बाजारों ने शहरी केंद्रों से बेहतर प्रदर्शन किया और इस वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कुल मिलाकर इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री स्थिर रही। बिक्री 4 फीसदी बढ़कर 1.44 लाख इकाई हो गई, जिससे कुल दोपहिया खुदरा बिक्री में 6 से 7 प्रतिशत की हिस्सेदारी बनी रही। अपेक्षाकृत उच्च आधार के बावजूद, इस खंड की पहुंच स्थिर बनी हुई है, जिसे मॉडलों के व्यापक चयन, उपभोक्ताओं की बढ़ती जागरूकता और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार का समर्थन प्राप्त है।
थोक बिक्री की बात करें तो घरेलू प्रेषण मामूली रूप से 1.5 फीसदी की बढ़कर 21 लाख इकाइयों रही, जो पिछले वर्ष इसी महीने में बढ़ी हुई आधार मात्रा के प्रभाव को दर्शाती है।