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राम मंदिर निर्माण के बाद से दुनिया भर में अपनी अलग पहचान बना चुके ब्रांड अयोध्या को ध्वजारोहण कार्यक्रम ने और मजबूती दी है। अब यहां पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों धर्म ध्वज फहराए जाने के साथ मंदिर निर्माण के पूरा हो गया। इसके बाद से मंदिर दर्शन के लिए देश-विदेश से लोग आ रहे हैं। इससे होटल, रिसॉर्ट कारोबार से लेकर विमानन, रेलवे और स्थानीय फुटकर दुकानदारों की बिक्री के बल पर यहां की अर्थव्यवस्था रफ्तार भर रही है।
अयोध्या में पिछले दिनों से जिस तरह पर्यटकों का तांता लगा हुआ है, उसे देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि इस साल के अंत तक यहां 50 करोड़ श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचेंगे। दो साल पहले तक इस नगर में सालाना साढ़े पांच से छह करोड़ लोग दर्शन करने और घूमने-फिरने आते थे। इतनी तादाद में पर्यटकों के आने से इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था ने गति पकड़ ली है। पर्यटन, निवेश और आधारभूत संरचना के मामले में इस शहर ने विश्व के अन्य चर्चित धार्मिक स्थलों को पीछे छोड़ दिया है।
आंकड़ों के मुताबिक राम मंदिर बनने के बाद शहर में पर्यटकों की संख्या में 4 से 5 गुना तक वृद्धि हुई है। इस वर्ष जनवरी से जून के बीच लगभग 23 करोड़ पर्यटक यहां आ चुके हैं। दिसंबर अंत तक यह संख्या 50 करोड़ तक पहुंच सकती है। अमेरिका, यूरोप, रूस इत्यादि से भी बड़ी संख्या में पर्यटक राम नगरी आ रहे हैं।
शहर की साफ सुथरी सड़कें, प्रत्येक चौराहे पर संस्कृति और आध्यात्मिका को समेटे कलाकृतियां, चमचमाता राम पथ और धर्म पथ, दिव्य और भव्य कुंड, प्राचीन मंदिर और अंतरराष्ट्रीय स्तर के होटल व हॉस्पिटैलिटी सुविधाएं अयोध्या के आर्थिक विकास की कहानी खुद बयां कर रहे हैं। बीते दो सालों में ही इस नगर में एक दर्जन से ज्यादा तीन व पांच सितारा होटलों की परियोजनाओं के निर्माण का काम शुरू हुआ है। आसपास बड़ी तादाद में रिसार्ट खुल चुके हैं। डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए अयोध्या सबसे पसंदीदा स्थान बनता जा रहा है।
अयोध्या में पर्यटकों की आमद बढ़ने से यहां की आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ी। आज यह शहर उत्तर प्रदेश के जीएसडीपी में लगभग 1.5 फीसद योगदान कर रहा है। अनुमान है कि आने वाले कुछ वर्षों में यहां का सालाना कारोबार लगभग 4 लाख करोड़ तक पहुंच जाएगा।
अयोध्या का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा आर्थिक गतिविधियों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यहां से उड़ानों की संख्या 30 तक पहुंच गई है। हवाई अड्डे की क्षमता 6 लाख यात्रियों को संभालने की है। देश के कोने-कोने से पर्यटक यहां आ रहे हैं। इसी तरह रेलवे स्टेशन को भी विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस किया गया है। बस अड्डों के आधुनिकीकरण से यात्रियों को काफी सहूलियत हुई हैं।