Karnataka CM Siddaramaiah
कर्नाटक में चल रहे सत्ता संघर्ष में एक नया मोड़ आ गया है। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के समर्थन में जाति समूह खड़े हो गए हैं। एक समूह ने जहां कांग्रेस से सिद्धरमैया को हटाने का अल्टीमेटम दिया, वहीं दूसरे गुट ने शिवकुमार को सत्ता सौंपने का पुरजोर समर्थन किया। बढ़ते टकराव के बीच पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वे राहुल गांधी से मिलकर सिद्धरमैया और शिवकुमार सहित चुनिंदा नेताओं के साथ मामले को सुलझाने के लिए बैठक करेंगे।
इस बीच, सिद्धरमैया के बेटे यतींद्र ने कहा कि उनके पिता के पांच साल के कार्यकाल के बीच में इस्तीफा देने का कोई कारण नहीं है, क्योंकि वह बिना किसी आरोप के अच्छा प्रशासन दे रहे हैं और पार्टी विधायकों का समर्थन भी उन्हें मिला हुआ है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री जी परमेश्वर ने विश्वास व्यक्त किया कि पार्टी आलाकमान एक सप्ताह के भीतर मामले को सुलझा लेगा। परमेश्वर स्वयं मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में हैं। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई तो वह लोगों की सेवा करने और कांग्रेस विचारधारा पर खरा उतरने की पुरजोर कोशिश करेंगे।
एक अहिंडा (अल्पसंख्यकों, पिछड़े वर्गों और दलित समुदायों के लिए कन्नड़ भाषा में संक्षिप्त नाम) समूह ने आगाह किया कि यदि सिद्धरमैया को हटाकर शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाया गया तो कांग्रेस को इसके परिणाम भुगतने होंगे। इसी प्रकार वोक्कालिगा समूह ने कहा कि शिवकुमार के साथ कोई अन्याय नहीं होना चाहिए। अहिंडा सिद्धरमैया का मुख्य निर्वाचन क्षेत्र है, जबकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार वोक्कालिगा के प्रमुख कृषि समुदाय से आते हैं। इस समुदाय ने राज्य को केंगल हनुमंथैया, केसी रेड्डी, एचडी देवेगौड़ा, एसएम कृष्णा, सदानंद गौड़ा और एचडी कुमारस्वामी जैसे मुख्यमंत्री दिए हैं।
-भाषा