प्राकृतिक गैस की वैश्विक कीमतों में उल्लेखनीय कमी आने के कारण इंडिया गैस एक्सचेंज (आईजीएक्स) पर मासिक कारोबार फरवरी में 17 फीसदी बढ़कर 61.3 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट हो गया है। कंपनी ने एक बयान में यह जानकारी देते हुए कहा कि पिछले महीने की तुलना में कारोबार की मात्रा में 3.24 गुना बढ़ोतरी हुई है।
वहीं मासिक रीगैसीफाइड लिक्विफाइड नैचुरल गैस (आरएलएनजी) की मात्रा बढ़कर रिकॉर्ड 47.4 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट हो गई है। प्राकृतिक गैस की फिजिकल डिलिवरी देने वाला आईजीएक्स एकमात्र राष्ट्रीय स्तर का एक्सचेंज है।
इंडियन गैस एक्सचेंज के एमडी और सीईओ राजेश कुमार मेदीरत्ता ने कहा, ‘माह के दौरान गैस की कीमत में उल्लेखनीय कमी आई है, जिसके कारण मांग बढ़ी है। इसी वजह से गैस से चलने वाले बिजली संयंत्रों की आईजीएक्स के साथ कारोबार की मात्रा भी इस माह के दौरान बढ़ी है।’
हाल के महीनों में एलएनजी की ढुलाई की वैश्विक दरें भी स्थिर हुई हैं, हालांकि ढुलाई करने वाले लाल सागर में समुद्री लुटेरों के कारण अभी स्वेज नहर के मार्ग की उपेक्षा कर रहे हैं। इस माह के दौरान कुल 101 सौदे किए गए हैं। ज्यादातर कारोबार मासिक सौदे के रूप में हुए हैं। उसके बाद साप्ताहिक व पाक्षिक सौदों का स्थान है।
आईजीएक्स ने कहा है कि सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के प्रसार और बिजली क्षेत्र की खरीदारी के कारण निकट अवधि के हिसाब से मांग में तेजी रहेगी। इसका लाभ उठाने के मकसद से आईजीएक्स ने पिछले महीने बिजली क्षेत्र के लिए नवोन्मेषी गैस सौदों की शुरुआत की थी, जिससे आगामी गर्मियों में बिजली की 255 गीगावॉट की संभावित मांग पूरी की जा सके, जो 2023 में 241 गीगावॉट थी।