पश्चिम एशिया में संकट के बीच ईरान द्वारा इजरायल पर मिसाइलें दागने के बाद ईरान का हवाई क्षेत्र बंद होने से एयरलाइन कंपनियों को मुंबई से यूरोप जाने वाली कई उड़ानों का मार्ग बदलने को मजबूर होना पड़ा है। मार्ग बदलने की वजह से उनकी उड़ान अवधि 20 मिनट तक बढ़ गई है। मुंबई भारत में दिल्ली के बाद देश का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है।
उद्योग के अधिकारियों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि हालात खराब हो गए हैं, क्योंकि अफगानिस्तान (ईरान के पड़ोसी देश) का इस्तेमाल अगस्त 2021 में तालिबान के कब्जे के बाद से किसी एयरलाइन द्वारा नहीं किया जा रहा है। ये एयरलाइन अब अपनी यूरोप की उड़ानें ताजिकिस्तान या इराक के जरिये संचालित कर रही हैं। हालांकि इनमें से कुछ इराकी हवाई क्षेत्र से भी परहेज कर रही हैं और इसके बजाय वे इजरायली हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल कर रही हैं, क्योंकि यह अभी भी खुला हुआ है।
उदाहरण के लिए, एयर फ्रांस की मुंबई-पेरिस उड़ान ईरान द्वारा 1 अक्टूबर के मिसाइल हमले से पहले तक इराकी हवाई क्षेत्र से संचालित की जा रही थी। लेकिन 1 अक्टूबर के बाद एयरलाइन ने अपनी मुंबई-पेरिस उड़ान का मार्ग इजरायल हवाई क्षेत्र से कर दिया है। एयर फ्रांस ने इस मामले में पूछे गए सवाल पर बिजनेस स्टैंडर्ड के सवाल का जवाब नहीं दिया है।
दिल्ली या बेंगलूरु की तुलना में मुंबई पश्चिम में अधिक दूर और पश्चिम एशिया के अधिक निकट स्थित है, इसलिए इसकी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के ईरानी वायुक्षेत्र से गुजरने की संभावना अधिक है। एयर इंडिया की मुंबई-लंदन उड़ान अब ताजिकिस्तान के हवाई क्षेत्र से संचालित की जा रही है, जिससे उड़ान का समय बढ़ रहा है।
संपर्क किए जाने पर एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया, ‘हमारी सभी उड़ानों का प्रतिदिन किसी भी संभावित सुरक्षा या रक्षा संबंधित जोखिम के लिए मूल्यांकन किया जाता है, चाहे वह पश्चिम एशिया में हो या हमारे रूट नेटवर्क के किसी अन्य हिस्से में हों। जरूरत पड़ने पर बदलाव भी किए जा रहे हैं, जिससे कि हमारे परिचालन को प्रभावित होने से बचाया जा सके। हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है।’
लुफ्थांसा अपनी मुंबई-फ्रैंकफर्ट उड़ान के लिए ईरानी हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल कर रही है। उसने अपनी उड़ान का मार्ग बदला है जिससे उसमें लगने वाला समय बढ़ गया है।
विमानन उद्योग के अधिकारियों का कहना है कि यदि यात्रा के समय में वृद्धि बनी रही तो हवाई किराया बढ़ सकता है। मौजूदा समय में कम एटीएफ कीमतों से एयरलाइनों को इस समस्या का सामना करने में मदद मिल रही है। 1 अक्टूबर को दिल्ली में एटीएफ कीमत 87,597 रुपये पर थी, जो अक्टूबर 2023 के मुकाबले 25.8 प्रतिशत कम है।
ईरान हवाई क्षेत्र बंद होने की वजह से इंडिगो की मुंबई-इस्तांबुल उड़ान का समय 20 मिनट तक बढ़ गया है। इंडिगो अब अपनी इस उड़ान के लिए इजरायली हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल कर रही है।