सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर क्षेत्र में न केवल विनिर्माण के परिवेश को रफ्तार दे, बल्कि उभरती वैश्विक मूल्य श्रृंखला में भी महत्वपूर्ण भागीदार बने।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राज़ीव चंद्रशेखर ने बेंगलूरु में आईईएसए विजन समिट 2024 कार्यक्रम में कहा कि यह इसलिए सुनिश्चित करना है कि हमारी विनिर्माण क्षेत्र में न केवल महत्वपूर्ण मौजूदगी हो, बल्कि भविष्य की प्रणालियों के लिए डिजाइन नवाचार के लिहाज से दुनिया के उद्यमों, उपभोक्ताओं और सरकारों के लिए भागीदार भी बनें।
देश में प्रौद्योगिकी और स्टार्टअप पारिस्थितिकी परिवेश के बेहतर विस्तार के रूप में उन्होंने कहा कि सरकार ने सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र का विस्तार करने के लिए रूपरेखा तैयार की है ताकि भविष्य की प्रणाली डिजिटल जगत में जरूरी प्रदर्शन प्रदान कर सके।
चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार द्वारा कुछ और घोषणाएं करने की उम्मीद है। उन्होंने कहा ‘काफी जल्द हमारे पास भारतीय सेमीकंडक्टर अनुसंधान केंद्र होगा, जो उपकरणों और ट्रांजिस्टर स्तर से लेकर सामग्री एवं विज्ञान तथा भौतिकी दोनों स्तरों पर सेमीकंडक्टर का अनुसंधान और नवाचार का केंद्र होगा।’
चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार जल्द ही डिजिटल इंडिया फ्यूचर लैब्स नामक कार्यक्रम शुरू करेगी, जो इलेक्ट्रॉनिक्स डिजाइन में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए आरऐंडडी और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में सरकारी प्रयोगशालाओं, स्टार्टअप कंपनियों तथा बड़े उद्यमों के बीच सहयोग करेगा।