ICICI बैंक ने गुजरात की जॉन एनर्जी लिमिटेड का फंसा कर्ज बेचने के लिए संपत्ति पुनर्गठन कंपनियों (एआरसी), बैंकों, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों व अन्य से रुचि पत्र (ईओआई) आमंत्रित किया है। निजी क्षेत्र के कर्जदाता की बाह्य वाणिज्यिक उधारी (ईसीबी) ऋण के लिए 30 जून तक बकाया मूलधन 2.77 करोड़ डॉलर है। इसके साथ ही बैंक का रुपये में सावधि ऋण बकाया 6.05 करोड़ रुपये है।
बैंक ने एक कारोबारी अखबार में दिए गए विज्ञापन में सोमवार को कहा है कि ICICI बैंक से फंसे हुए कर्ज को खरीदने की इच्छुक इकाइयां 28 अगस्त तक रुचिपत्र दाखिल कर सकती हैं। रुचि पत्र दाखिल करने के बाद उन्हें नॉन डिस्क्लोजर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करना होगा। उसके बाद उन्हें संपत्ति की जांच-पड़ताल संबंधी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए 2 सप्ताह का वक्त मिलेगा।
जॉन एनर्जी पर इस समय कई मुकदमे चल रहे हैं, जिसे ICICI बैंक व अन्य कर्जदाताओं ने राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीली पंचाट (एनसीएलएटी) में दाखिल किए हैं। इसके पहले मार्च में एनसीएलएटी ने कंपनी को ICICI बैंक और ऐक्सिस बैंक के साथ हुए एकबार के समाधान की शर्तों के मुताबिक 12 फीसदी ब्याज के साथ 254 करोड़ रुपये जमा करने का आदेश दिया था और राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के अहमदाबाद पीठ को ऐक्सिस बैंक द्वारा कंपनी के खिलाफ दायर दिवाला आवेदन पर फैसला करने का निर्देश दिया था।
हालांकि, एनसीएलटी की अहमदाबाद शाखा के 16 मई के आदेश में ऐक्सिस बैंक द्वारा जॉन एनर्जी के खिलाफ दिए गए दिवाला आवेदन को खारिज कर दिया गया था। जॉन एनर्जी अन्य कार्यों के अलावा ऑनशोर ड्रिलिंग, नैचुरल गैस कंप्रेशन आदि का काम करती है।