रियल एस्टेट क्षेत्र में सक्रिय हीरानंदानी समूह (Hiranandani Group) की अगले साल आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने की योजना नहीं है लेकिन वह वर्ष 2025 में पूंजी बाजार में उतरने पर विचार कर सकता है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को यह बात कही।
समूह के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि वर्तमान में कारोबारी जरूरतों को पूरा करने के लिए कंपनी के पास पर्याप्त आंतरिक कोष है और इस समय चल रही परियोजनाओं के लिए किसी भी वित्तीय समर्थन की जरूरत नहीं है।
हीरानंदानी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से आईपीओ के बारे में कहा, ‘‘फिलहाल कोई योजना नहीं है… अभी पूंजी की जरूरत नहीं है। मैंने उस बारे में अभी कुछ भी तय नहीं किया है, लेकिन कभी भी ना’’ नहीं कहना चाहिए। 2024 नहीं, शायद 2025 में ऐसा हो सकता है।’’
रुस्तमजी और लोढ़ा ग्रुप (मैक्रोटेक डेवलपर्स) सहित मुंबई के कई रियल्टी कंपनियों ने पिछले कुछ वर्षों में बाजार में सूचीबद्धता की है।
हीरानंदानी समूह ने परामर्श सेवा क्षेत्र में कदम रखने की घोषणा की जिसमें वह ग्राहकों को कारोबारी संपर्क, डिजाइन और विपणन सेवाएं प्रदान करेगा। समूह अपने काम की जटिलता के आधार पर लागत का 12-20 प्रतिशत शुल्क लेगा।
हीरानंदानी ने कहा कि समूह उस परियोजना में चयनात्मक होगा जिसके साथ वह जुड़ना चाहत है। वह अडाणी समूह की धारावी परियोजना जैसी बड़ी परियोजनाओं पर काम नहीं करेगा और खुद को छोटी परियोजनाओं तक ही सीमित रखेगा।
उन्होंने कहा कि ब्याज दर में कटौती और प्रधानमंत्री आवास योजना के नए संस्करण से किफायती घरों की बिक्री को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।