वेदांता ग्रुप की कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने मार्च 2025 में समाप्त तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि उसका शुद्ध मुनाफा 47.3% बढ़कर 3,003 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी ने 2,038 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। कंपनी की आय में भी बढ़ोतरी हुई है, जो इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में 7,822 करोड़ रुपये से बढ़कर 9,314 करोड़ रुपये हो गई। यह जानकारी हिंदुस्तान जिंक ने बीएसई को दी गई अपनी फाइलिंग दी।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि यह उसका अब तक का सबसे बेहतरीन चौथा तिमाही मुनाफा है, जो पिछले साल की तुलना में 47% अधिक है। हिंदुस्तान जिंक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी जिंक उत्पादक कंपनी है और भारत में जिंक बाजार में उसकी 75% हिस्सेदारी है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अरुण मिश्रा ने कहा, “दुनिया की सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी के रूप में, हम देश में बढ़ती मांग को पूरा करने के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर सबसे कम लागत और सबसे मजबूत उत्पादकों में अपनी स्थिति बनाए रखना चाहते हैं।”
हिंदुस्तान जिंक ने पहले बताया था कि मार्च तिमाही में उसका खनन धातु उत्पादन रिकॉर्ड 310 किलो टन रहा। कंपनी के जिंक डिवीजन की आय में 20.6% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि चांदी, जो कंपनी का दूसरा सबसे बड़ा कारोबारी हिस्सा है, ने 24.1% की वृद्धि हासिल की। यह प्रदर्शन कंपनी की मजबूत स्थिति और बाजार में उसकी बढ़ती मांग को दर्शाता है।
वेदांता समूह के अधीन चलने वाली हिंदुस्तान जिंक का यह प्रदर्शन न केवल कंपनी के लिए बल्कि भारतीय धातु उद्योग के लिए भी पॉजेटिव संकेत है। कंपनी का ध्यान लागत कम रखने और उत्पादन बढ़ाने पर बना हुआ है, जिससे वह वैश्विक और घरेलू बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूत कर सके।