देश में निजी क्षेत्र के सबसे बड़े एचडीएफसी बैंक ने जून 2020 में समाप्त पहली तिमाही में 10,800 करोड़ रुपये का कर्ज वितरित किया है, जिस अवधि में लॉकडाउन रहा और उसमें आंशिक ढील दी गई। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में बैंक ने 10,100 करोड़ रुपये का कर्ज बांटा था।
सालाना आधार पर बैंक की उधारी 21 फीसदी बढ़कर 30 जून, 2020 को 10,04,500 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। 30 जून को बैंंक का कुल बकाया कर्ज 8,29,700 करोड़ रुपये था जबकि 31 मार्च, 2020 को 9,93,700 करोड़ रुपये।
जून तिमाही में बैंक ने एचडीएफसी लिमिटेड के साथ होम लोन की व्यवस्था के तहत डायरेक्ट असाइनमेंट रूट के जरिये 1,376 करोड़ रुपये के कर्ज की खरीद की। बीएसई को भेजी सूचना में यह जानकारी दी गई है।
इस बीच, रेटिंग एजेंसी केयर रेटिंग्स ने अपनी समीक्षा में कहा है कि भारतीय बैंंकिंग क्षेत्र की उधारी की कुल रफ्तार 19 जून को समाप्त पखवाड़े में स्थिर बनी रही। पिछले दो पखवाड़े में क्रेडिट की रफ्तार घटकर आधी रह गई है यानी यह 6.2 फीसदी है, जो पिछले साल 21 जून को 12 फीसदी और 7 जून को 12.3 फीसदी रही थी।
बैंंकिंग व्यवस्था में जोखिम को लेकर प्रतिकूलता और कमजोर मांग से कर्ज वितरण पर असर पड़ा है। 8 जून, 2020 से लॉकडाउन खुल गया, लेकिन उधारी में करीब 63 फीसदी का योगदान करने वाला मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र अभी भी पूरी तरह नहीं खुला है, ऐसे में क्रेडिट ने जोर नहीं पकड़ा है। जमाओं में बढ़ोतरी के बारे में एचडीएफसी बैंंक ने कहा कि उसकी जमाएं 30 जून तक 25 फीसदी बढ़कर 11,89,500 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल 30 जून को 9,54,600 करोड़ रुपये था। मार्च, 2020 में यह 11,47,500 करोड़ रुपये था।
