IT सेक्टर की प्रमुख कंपनी HCLTech ने 30 जून 2025 को खत्म हुए तिमाही के लिए अपने वित्तीय नतीजे जारी किए। पहली तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा पिछले साल की तुलना में 10 फीसदी घटकर 3,843 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी ने कुल 4,257 करोड़ रुपये कमाए थे। हालांकि, कंपनी की ऑपरेशन से होने वाली आय में 8 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। पहली तिमाही में कंपनी ने 30,349 करोड़ रुपये का आय प्राप्त किया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 28,057 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने अपने निवेशकों के लिए 2 रुपये मूल्य वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 12 रुपये (600%) का अंतरिम डिविडेंड भी देने का ऐलान किया है। इसके लिए रिकॉर्ड डेट 18 जुलाई तय की गई है।
HCLTech के CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर सी विजयकुमार ने बताया कि कंपनी ने इस तिमाही में 3.7 फीसदी की सालाना रेवेन्यू ग्रोथ हासिल की। इसमें सर्विसेज बिजनेस ने 4.5 फीसदी की बढ़त दिखाई। हालांकि, ऑपरेटिंग मार्जिन 16.3 फीसदी रहा, जो कम उपयोगिता और GenAI में निवेश के कारण प्रभावित हुआ। उन्होंने कहा कि कंपनी की AI को ग्राहकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है और OpenAI के साथ साझेदारी ने इसे और मजबूत किया है। विजयकुमार ने यह भी बताया कि तिमाही के दौरान डिमांड स्थिर रही और कंपनी का पाइपलाइन लगातार बढ़ रहा है।
कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर शिव वालिया ने कहा कि तिमाही में 8.2 फीसदी की रेवेन्यू ग्रोथ के साथ EBIT 4,942 करोड़ रुपये रहा, जो रेवेन्यू का 16.3 फीसदी है। नेट इनकम 3,843 करोड़ रुपये रहा, जो रेवेन्यू का 12.7 फीसदी है। उन्होंने बताया कि कंपनी का कैश फ्लो मजबूत रहा, जिसमें ऑपरेटिंग कैश फ्लो (OCF) और फ्री कैश फ्लो (FCF) क्रमशः 129 फीसदी और 121 फीसदी रहा। कंपनी की रिटर्न ऑन इनवेस्टेड कैपिटल (ROIC) में भी सुधार हुआ है, जो सर्विसेज बिजनेस के लिए 45.2 फीसदी और कंपनी के लिए 38.1 फीसदी रहा।
नतीजों की घोषणा से पहले 14 जुलाई यानि आज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर HCLTech के शेयर 1.51 फीसदी की गिरावट के साथ 1,613.50 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए थे।