सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने वित्तीय वर्ष 2007-08 में 27 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ तकरीबन 1,500 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया।
इस अवधि के लिए इसका आय 11 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 8,350 करोड़ रुपये रही।इसके शुद्ध लाभ में आए तेज उछाल में एयरक्राफ्ट की डिलीवरी का विशेष योगदान है। कंपनी के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि इसकी निर्माण गतिविधियों में तेजी आई है। कंपनी के एक बयान में कहा गया है कि एचएएल के कारोबार में तेज बढ़ोतरी का श्रेय सुखोई-30, जगुआर, एरो-इंजन आदि के निर्माण को जाता है।
कंपनी ने 23,315 करोड़ रुपये के ठेके हासिल किए थे जिनमें वर्ष के दौरान 159 उन्नत हल्के हेलीकॉप्टरों के ठेके भी शामिल हैं। यह अब तक 45,100 करोड़ रुपये के ठेके हासिल कर चुकी है। एचएएल की प्रति शेयर आमदनी (ईपीसी) 125 रुपये है।
कंपनी इस वित्तीय वर्ष के लिए 600 करोड़ रुपये के पूंजीगत खर्च की योजना बना रही है। पिछले वित्तीय वर्ष में इसने संयंत्र और मशीनरी पर 450 करोड़ रुपये खर्च किए थे। कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि वर्ष के दौरान कंपनी अपने सभी ऋणों को निपटाने में सफल रही।
एचएएल ने दो संयुक्त उपक्रमों के लिए हस्ताक्षर किए हैं जिनमें से एक हैदराबाद स्थित सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोटेक एंटरप्राइजेज के साथ किया गया उपक्रम भी शामिल है। एचएएल ने टाटा की भागीदारी वाली इंटेक के साथ भी लगभग तीन सप्ताह पहले एरोस्ट्रक्चर डिजाइन सॉल्युशन के लिए एक संयुक्त उपक्रम पर हस्ताक्षर किए हैं।कंपनी ने पिछले वर्ष एयरक्राफ्ट डोर की प्रति दिन आपूर्ति की थी और रक्षा कंपनी के लिए आय का प्रमुख स्रोत बन गई।
एचएएल एक रोटरी विंग सिम्यूलेटर ट्रेनिंग स्कूल के निर्माण की प्रक्रिया में लगी हुई है। अगले एक-दो महीने में इस स्कूल के शुरू हो जाने की संभावना है।एचएएल एयरपोर्ट से वाणिज्यिक उड़ानें बंद किए जाने के मुद्दे पर कंपनी के अध्यक्ष अशोक के. बावेजा ने कहा, ‘इस कदम का एचएएल के राजस्व पर अधिक असर नहीं पड़ेगा।
इससे केवल तकरीबन 250 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होगा।’ उनके अनुसार एचएएल एयरपोर्ट का इस्तेमाल अब सामान्य विमानन और केवल प्रशिक्षण के लिए किया जा सकेगा।
कंपनी का बहीखाता
2007-08 में 27 फीसदी बढ़ोतरी के साथ शुध्द मुनाफा तकरीबन 1,5000 करोड़ रुपये
11 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 8,350 करोड़ रुपये की आय रही
कंपनी ने 23,315 करोड़ रुपये के ठेके हासिल किए
प्रति शेयर आमदनी (ईपीसी) 125 रुपये