मजबूत ऑर्डर बुक और भारतीय सैन्य बल की परिचालन क्षमता में बढ़ोतरी के डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (डीएसी) के प्रस्ताव के अलावा बेहतर क्रियान्वयन की उम्मीद हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के लिए कुछ सकारात्मक संकेत हैं। इन वजहों से पिछले एक महीने में रक्षा दिग्गज के शेयर में भी शानदार बढ़ोतरी हुई है।
अल्पावधि के लिए अहम संकेतक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में डीएसी की तरफ से 2.23 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं को दी गई मंजूरी है, जिसमें 97 तेजस हल्के लड़ाकू विमानों और 156 प्रचंड लड़ाकू हेलिकॉप्टरों की खरीद शामिल है।
प्रस्ताव में भारतीय सेना के लिए हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर, भारतीय वायु सेना के लिए हल्के लड़ाकू विमान और एसयू-30 एमकेआई विमान के उन्नयन के प्रस्ताव को देखते हुए एचएल इसकी अहम लाभार्थी हो सकती है।
वित्त वर्ष 23 के आखिर में कंपनी की ऑर्डर बुक 82,000 रुपये रहने का अनुमान लगाया गया है, जो 12 महीने पहले के इसके राजस्व पर तीन गुना राजस्व की स्पष्टता बताते हैं।
एंटिक स्टॉक ब्रोकिंग ने कहा, वित्त वर्ष 22 में 83 तेजस हल्के लड़ाकू विमान के लिए 480 अरब रुपये के ऑर्डर से कंपनी की ऑर्डर बुक में तेजी देखने को मिली है। इसकी डिलिवरी वित्त वर्ष 24 में शुरू होने की उम्मीद है। ब्रोकरेज का मानना है कि लंबी अवधि के लिए ऑर्डर मजबूत बना हुआ है और अगले दशक तक 4.5 लाख करोड़ रुपये का कारोबारी अवसर भी है। ब्रोकरेज ने 2,589 रुपये के लक्ष्य के साथ एचएएल के शेयर की खरीद की रेटिंग दी है।
इसके अतिरिक्त सुधरा हुआ क्रियान्वयन कंपनी के लिए एक अन्य संकेतक है। फिलिपकैपिटल रिसर्च ने कहा है कि कंपनी के राजस्व में काफी मजबूती आएगी क्योंकि वह 83 एलसीए एमके-1 ए अनुबंध के तहत ग्राहकों को वित्त वर्ष 28 तक विमानों की डिलिवरी करने की योजना बना रही है, जो मूल समयसीमा से कम से कम एक साल पहले होगा।
एचएएल नासिक संयंत्र में एक नया लाइन जोड़कर अपनी उत्पादन क्षमता 16 से 24 विमान सालाना करने की योजना बना रही है, जिससे फिलिपकैपिटल रिसर्च के उमेश राउत और तनय रसल वित्त वर्ष 25 व वित्त वर्ष 26 के लिए अपने बिक्री अनुमान में 5-5 फीसदी की बढ़ोतरी के लिए प्रोत्साहित हुए।
इसके अलावा एयरबस के साथ मिलकर ए 320 विमानों के लिए रखरखाव व मरम्मत सुविधा (एमआरओ) स्थापित करने की योजना अगले साल पूरी हो जाएगी, जिससे भारतीय विमानन दिग्गज की रखरखाव लागत कम करने में मदद मिलेगी। यह कंपनी के लिए राजस्व में बढ़ोतरी का अतिरिक्त मौका होगा।
निर्यात अन्य क्षेत्र है जहां कंपनी तेजस, उन्नत हल्के हेलिकॉप्टर और जहाजरोधी मिसाइल के लिए फिलिपींस व मिस्र के साथ अन्य संभावित बाजारों पर नजर डाल रही है।
कॉम्पलेक्स फाइटर जेट इंजनके विनिर्माण सौदे की पृष्ठभूमि में ब्रोकरेज ने कंपनी का पीई गुणक मौजूदा 22 गुने से बढ़ाकर 25 गुना कर दिया है। फिलिपकैपिटल रिसर्च ने इस शेयर का लक्ष्य 2,952 रुपये तय किया है।