भारतीय वाहन कलपुर्जा उद्योग में वित्त वर्ष 2025 में 5-7 फीसदी की मामूली वृद्धि होगी। रेटिंग एजेंसी इक्रा की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2024 में 14 फीसदी की मजबूत वृद्धि के बाद इस साल घरेलू मूल उपकरण विनिर्माता (OEM) खंड में वृद्धि में नरमी और कमजोर निर्यात मांग के कारण ऐसा हो सकता है।
मद्धम वृद्धि के बावजूद बेहतर परिचालन फायदे से प्रति वाहन हायर कंटेट और मूल्य संवर्धन के कारण वित्त वर्ष 2025 में परिचालन मार्जिन में एक साल पहले के मुकाबले 50 आधार की वृद्धि की उम्मीद है। मगर, जिंसों की कीमतों और विदेशी विनिमय दरों में घट-बढ़ के प्रति उद्योग संवेदनशील बना हुआ है जिससे मार्जिन प्रभावित हो सकता है।
यह अनुमान वाहन कलपुर्जों की 46 कंपनियों के नमूने पर आधारित है जिनका संयुक्त सालाना राजस्व वित्त वर्ष 2024 में 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।
इक्रा की उपाध्यक्ष और सेक्टर हेड विनुता एस ने कहा, ‘घरेलू मूल उपकरण विनिर्माताओं की मांग भारतीय वाहन कलपुर्जा उद्योग की बिक्री का 50 फीसदी से अधिक है और इस खंड की वृद्धि वित्त वर्ष 2025 में मामूली रह सकती है।’ उन्होंने कहा, ‘अच्छी वृद्धि की अवधि के बाद प्रतिस्थापन मांग भी 5 से 7 फीसदी पर स्थिर रह सकती है।’