स्विगी ने कंपनी की कार्य-नीति की घोषणा करते हुए बताया कि ज्यादातर कामों के लिए अब कर्मचारियों को कहीं से भी काम करने की आजादी होगी। इस नीति के अंतर्गत, कार्पोरेट, मुख्य व्यापारिक कार्य और टेक्नोलॉजी से संबंधित अधिकारियों को कहीं से भी काम करने की अनुमति दी है और कर्मचारियों के बीच आपसी जुड़ाव को बढ़ाने के लिए हर तीन महीने में एक हफ्ते के लिए उन्हें ऑफिस में बुलाया जाएगा।
कंपनी ने बताया कि भारत में 27 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों के 487 शहरों में स्विगी के करीब 5,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं।
यह निर्णय कंपनी द्वारा कई प्रबंधकों और कर्मचारियों की जरूरत और प्रतिक्रिया के बाद लिया गया है। वे पिछले दो साल से घर से काम करने के कारण ज्यादा उपयोगी साबित हुए।
स्विगी के मुख्य एचआर गिरीश मेनन ने कहा कि कंपनी की कार्य-नीति में लचीलापन हमारा मुख्य उद्देश्य है। वैश्विक और स्थानीय स्तर पर लोगों के रुझान के साथ हमने अपने कर्मचारियों, प्रबंधकों और अधिकारियों की बातों को भी ध्यान में रखा। इसके कारण हम अपने कर्मचारियों की सुविधा बढ़ाते हुए उन्हें कहीं से भी काम करने की अनुमति दी है।
उन्होंने कहा कि हम कर्मचारियों के अनुभव, काम में नयापन और कार्यस्थल के अनुभव के बारे में भी जानेंगे ताकि हमारा संगठन पूरी तरह से रिमोट व्यवस्था (बिना ऑफिस गए काम करना) से काम कर सके और यह ऐसा करने वाला पहला संगठन होगा।
लगभग 2 साल के बाद इस साल जून में तिमाही का पहला जमावड़ा हुआ और काफी संख्या में लोग पहुंचे। हालांकि जो लोग पार्टनर की भूमिका में हैं उन्हें हफ्ते में कुछ दिन ऑफिस में जाकर काम करना होगा।
