संकट में फंसी हुई एयरलाइन Go First के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। कंपनी अपनी उड़ान सेवा शुरू करने से पहले अपने एंप्लॉयीज की अप्रैल की पूरी सैलरी देगी। इस बात कि सूचना Go First के के वाइस प्रेसिडेंट (फ्लाइट ऑपरेशंस) कैप्टन रजित रंजन ने ईमेल के जरिए सभी कर्मचारियों को दी है।
ईमेल में कहा गया है कि कंपनी अगले महीने से एंप्लॉयीज को उनकी सैलरी हर महीने के पहले हफ्ते में दे दी जाएगी।
आर्थिक संकट से जूझ रही गो फर्स्ट की उड़ानें तीन मई से बंद हैं। फिलहाल एयरलाइन स्वैच्छिक दिवाला समाधान कार्यवाही में है। DGCA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि एयरलाइन ने नियामक के कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है, जिससे संकेत मिलता है कि वह जल्द से जल्द उड़ानों को फिर से शुरू करने पर काम कर रही है।
हालांकि, नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने गो फर्स्ट (Go First) को उड़ानों की फिर अनुमति देने से पहले उसकी तैयारियों का ‘ऑडिट’ करेगा।
जानें क्यों बंद की थी उड़ान सेवा?
पैसो की तंगी के कारण कंपनी ने अपनी सेवाएं बंद कर दी थी। इस स्थिति के लिए कंपनी ने Pratt and Whitney (P&W) को जिम्मेदार ठहराया था।
Go First ने बताया था कि Pratt and Whitney से बार-बार रिक्वेस्ट करने के बाद भी पीएंडडब्ल्यू इंजन की सप्लाई नहीं कर पाई थी। इसी कारण से एयरलाइंस कंपनी करीब 50 फीसदी विमानों का इस्तेमाल नहीं कर पा रही थी। जिसका असर कंपनी के रेवेन्यू पर भी पड़ा ।
हाल ही में Go First के एक सीनियर अधिकारी रजित रंजन ने कहा है कि भारत सरकार उनकी कंपनी को काफी सपोर्ट कर रही है। सरकार ने कंपनी को जल्द से जल्द ऑपरेशन शुरू करने को कहा है। साथ ही P&W के साथ इंजन के विवाद को भी सुलझाने में मदद कर रही है।