BS
ताइवान की कंपनी गोगोरो (Gogoro) भारत को इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के लिए अपना ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की योजना बना रही है।
गोगोरो इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बनाती है तथा बैटरी स्वैपिंग स्टेशन नेटवर्क प्रदान करती है। यह स्कूटर बनाने के लिए एक ऐसे नए प्लेटफॉर्म पर काम कर रही है, जो विशेष रूप से अंतिम छोर तक की डिलिवरी के लिए वाहनों के बेड़े के मालिकों या ई-कॉमर्स भागीदारों जैसे बी2बी बेड़े वाले ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करती है। वर्तमान में यह केवल ताइवान में ही विनिर्माण कर रही है।
गोगोरो दोहरे प्रारूप पर विचार कर रही है यानी स्कूटर का निर्माण खुद करे, लेकिन तीसरे पक्ष के भागीदारों को भी तकनीक और डिजाइन प्रदान किया ताकि वे भी उसके ब्रांड के तहत निर्माण कर सकें। हालांकि बैटरी स्वैपिंग स्टेशन का बुनियादी ढांचा गोगोरो द्वारा प्रदान किया जाएगा और इसे स्कूटर के बेड़े के साथ एकीकृत किया जाएगा।
कंपनी बैटरी स्वैपिंग नीति के आने का इंतजार कर रही है और उन वैश्विक इक्विटी फंडों के साथ गठजोड़ करते हुए इस क्षेत्र में बड़ा निवेश करने की योजना बना रही है, जो इस काम में निवेश करना चाहते हैं।
ताइवान में 85 प्रतिशत इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का विनिर्माण गोगोरो करती है और शेष वाहनों का विनिर्माण यामाहा जैसी कंपनियों द्वारा किया जाता है, जिन्हें गोगोरो पावर ट्रेन डिजाइन और विशेषज्ञता प्रदान करती है। गोगोरो का फिलिपींस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, जापान, इजरायल और चीन समेत नौ देशों में परिचालन है।
Also Read: लार्जकैप आईटी सेवा कंपनियों से बेहतर रहा मिडकैप आईटी कंपनियों का प्रदर्शन
गोगोरो के भारत के प्रमुख कौशिक बर्मन ने कहा कि हम भारत को इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का विनिर्माण और दुनिया के सभी बाजारों में उनका निर्यात करने के लिए अपने वैश्विक केंद्र में तब्दील करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा हम ऐसे इलेक्ट्रिक वाहन प्लेटफॉर्म की रूपरेखा तैयार करने पर काम कर रहे हैं, जो बी2बी खंड की खास जरूरतों को पूरा करे।
उन्होंने कहा कि यह उत्पाद इस साल के अंत तक तैयार होने की उम्मीद है और गोगोरो इसकी शुरुआत दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में इसे पेश करते हुए करेगी।