ऑयल ऐंड नैचुरल गैस कमीशन (ओएनजीसी) की काकीनाड़ा में लगने वाली रिफाइनरी और पेट्रोकैमिकल संयंत्र में बेंगलुरु का जीएमआर ग्रुप हिस्सेदारी खरीद सकता है।
इस रिफाइनरी और पेट्रोकैमिकल संयंत्र पर लगभग 31,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी। जीएमआर के अलावा इस रिफाइनरी में हिस्सेदारी खरीदने के लिए हिंदुजा ग्रुप, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एस्सार ऑयल जैसी कंपनियां भी कतार में थी। लेकिन ओएनजीसी को जीएमआर के साथ हिस्सेदारी से ज्यादा लाभ होने की उम्मीद है।
ओएनजीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक आर एस शर्मा ने कहा, ‘जीएमआर ने हमें इस रिफाइनरी में हिस्सेदारी खरीदने के लिए पत्र लिखा है।’ हालांकि इस हिस्सेदारी को ओएनजीसी कितनी रकम में बेचेगी इस बारे में उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी। जीएमआर देश भर में कई बिजली संयंत्रों का भी संचालन करती है। हाल फिलहाल कंपनी दिल्ली में बन रहे नए हवाई अड्डे का निर्माण कार्य देख रही है।
इस महीने की 23 तारीख को काकीनाड़ा रिफाइनरी और पेट्रोकैमिकल्स (केआरपीएल) के निदेशक मंडल की बैठक में इस हिस्सेदारी को बेचने के मामले में फैसला किया जाएगा। काकीनाड़ा में लगने वाली इस रिफाइनरी की क्षमता सालाना 150 लाख टन और पेट्रोकैमिकल संयंत्र की सालाना क्षमता 4,50,000 टन होगी। काकीनाड़ा की इस रिफाइनरी में ओएनजीसी की सहायक कंपनी मेंगलौर रिफाइनरी ऐंड पेट्रोकैमिकल्स (एमआरपीएल) की हिस्सेदारी 46 फीसदी, आईएल ऐंड एफएस की 51 फीसदी हिस्सेदारी और बाकी हिस्सेदारी काकीनाड़ा सीपोर्टस की है।
शर्मा ने बताया, ‘जीएमआर से पहले हिंदुजा ग्रुप रिफाइनरी में हिस्सेदारी खरीदने का इच्छुक था। हालांकि इस बारे में उन्होंने सिर्फ कहा था और लिखित में ऐसा कोई प्रस्ताव हमें नहीं दिया था।’ इस रिफाइनरी की क्षमता शुरुआत में लगभग 75 लाख टन सालाना रखने की योजना बनाई गई थी। लेकिन इस रिफाइनरी में बेहतर संभावनाओं को देखते हुए कंपनी ने इसकी क्षमता दोगुनी करने का फैसला किया । इस रिफाइनरी की संभावना और बढ़ाने की संभावनाओं पर कंपनी अध्ययन कर रही है।
अभी ओएनजीसी ने इस रिफाइनरी का कार्य शुरू करने के लिए कोई समय सीमा निश्चित नहीं की है। ओएनजीसी ने बताया कि काकीनाड़ा से 10 किलोमीटर दूर विशाखपत्तनम में लगने वाली रिफाइनरी के बाद यह रिफाइनरी अलाभकारी हो जाएगी। विशाखापत्तनम में मौजूद हिंदुस्तान पेट्रोलियम की रिफाइनरी की सालाना क्षमता अभी 75 लाख टन सालाना है।
हालांकि आंध्र प्रदेश की सरकार चाहती है कि यह रिफाइनरी काकीनाड़ा में ही लगे इसीलिए राज्य सरकार केंद्र सरकार के साथ बातचीत कर रही है। इस रिफाइनरी को लगाने के लिए ओएनजीसी को राज्य सरकार से लगभग 16,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता मिल रही है।