Gautam Adani in Bhutan: एशिया के सबसे अमीर उद्योगपति और अदाणी ग्रुप (Adani Group) के चेयरमैन गौतम अदाणी इस समय भूटान के दौरे पर हैं। आज यानी 17 जून को अदाणी ने बताया कि उन्होंने भूटान के प्रधान मंत्री शेरिंग टोबगे (Bhutan PM Tshering Tobgay) से मुलाकात की और चुखा प्रांत में 570 मेगावाट जलविद्युत प्लांट के लिए (hydroelectric plant in Chukha province) भूटान के ड्रुक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन (Druk Green Power Corporation) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
अदाणी ने इस दौरान किंग जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक (Jigme Khesar Namgyel Wangchuck ) के विजन के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए भूटान के प्रयासों की सराहना की और कहा कि वे भूटान में हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट लगाने और अन्य प्रोजेक्ट्स पर मिल रहे सहयोग से काफी उत्सुक हैं।
गौतम अदाणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘भूटान के महामहिम किंग Khesar Namgyel Wangchuck से मिलकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। भूटान के लिए उनके विजन, बड़े कंप्यूटिंग सेंटर्स और डेटा फैसिलिटीज सहित गेलेफू माइंडफुलनेस सिटी (Gelephu Mindfulness City) के लिए महत्वाकांक्षी पर्यावरण अनुकूल मास्टरप्लान से प्रेरित हूं। इन परिवर्तनकारी पहलों के साथ-साथ कार्बन निगेटिव राष्ट्र के लिए ग्रीन एनर्जी मैनेजमेंट पर सहयोग करने के लिए उत्साहित हूं!
आज यानी 17 जून के बकरीद के चलते शेयर बाजार बंद हैं। अंतिम कारोबारी दिन के मुताबिक, BSE पर अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Emergy Limited) के शेयर 0.41% की उछाल के साथ 1,805 रुपये पर बंद हुए थे। अदाणी ग्रीन के शेयरों ने एक साल में निवेशकों को करीब 89 फीसदी का रिटर्न दिया है।
गौरतलब है कि अदाणी से मुलाकात से पहले भूटान के किंग भारत आए थे। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण में शिरकत करने के लिए भारत आए थे और उस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के साथ बैठक भी की थी।
PM मोदी के साथ हुई मीटिंग के बाद उन्होंने अपने बयान में कहा था, ‘भारत-भूटान साझेदारी के विस्तार का सकारात्मक मूल्यांकन किया गया, जिसमें सबसे व्यापक रूप में कनेक्टिविटी के नए क्षेत्र, सीमा पार व्यापार इंफ्रास्ट्रक्चर, व्यापार और पारस्परिक निवेश, एनर्जी, हेल्थ, शिक्षा, स्पेस टेक्नोलॉजी और लोगों से लोगों के बीच संपर्क शामिल हैं।’
22 मार्च को ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भूटाम के दौरे पर गए थे। उस दौराल उन्होंने भूटान की राजधानी थिम्पू में भारत के सहयोग से निर्मित एक मॉडर्न अस्पताल का उद्घाटन किया था। वह हिमालयी देश के लोगों को समर्पित एक भूटान-भारत मित्रता परियोजना का हिस्सा था।