भारत में ग्रामीण उपभोक्ता फिक्स्ड वायरलेस ऐक्सेस (एफडब्ल्यूए) ब्रॉडबैंड सेवा को बड़े स्तर पर अपना रहे हैं। इससे यह धारणा बदल रही है कि यह ऐेसी प्रीमियम सेवा है जिसे ज्यादातर शहरी परिवार, खास तौर पर बड़े शहरों और महानगरों में वहन कर सकते हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार एफडब्ल्यूए में सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस जियो के इस साल मार्च तक ग्रामीण इलाकों में 44 प्रतिशत (25 लाख) ग्राहक थे। उसके कुल 55.7 लाख ग्राहक हैं।
जियो के पास 82 प्रतिशत एफडब्ल्यूए ग्राहक हैं। बाकी एयरटेल के पास हैं, जिसने सितंबर 2023 में धीरे-धीरे सेवा की शुरुआत की थी। हालांकि एफडब्ल्यूए के ग्राहक पूरे देश में फैले हुए हैं लेकिन आंध्र प्रदेश शीर्ष पर है और जियो के एफडब्ल्यूए के ग्रामीण ग्राहकों में इसकी 8.7 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसके बाद महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश (पूर्व) और तमिलनाडु का स्थान है।
भारत में मार्च तक एफडब्ल्यूए में वृद्धि जीएसएमए इंटेलिजेंस के अनुमान से ज्यादा तेज रही। यह दूरसंचार कंपनियों के वैश्विक संगठन की शोध शाखा है। साल 2025 के अंत तक 60 लाख का अनुमान था। जियो और एयरटेल ने मिलकर साल के तीसरे महीने में 67.9 लाख का आंकड़ा पार कर लिया। जियो के बाद शुरुआत करने वाली एयरटेल शहरी स्थानों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। अगर जीएसएमए के अनुमान वैश्विक स्तर पर सही साबित होते हैं तो दुनिया भर में एफडब्ल्यूए वाले 3.24 करोड़ घर होंगे।