दुनिया की सबसे बड़ा ईएमएस दिग्गज ताइवान का फॉक्सकॉन समूह ने पिछले दो दिन में तेलंगाना और कनार्टक में 2 लाख से ज्यादा रोजगार सृजन का वादा किया है। इसके साथ ही कंपनी ने ऐपल फोन असेंबल करने का नया संयंत्र तथा इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने की घोषणा की है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने आज ट्वीट किया कि फॉक्सकॉन कर्नाटक में 300 एकड़ में ऐपल फोन असेंबल करने के लिए नया संयंत्र लगाएगी, जो तमिलनाडु के बाद इसका दूसरा संयंत्र होगा। फॉक्सकॉन ऐपल के लिए मोबाइल फोन का उत्पादन करती है।
फॉक्सकॉन ने पहले ही ऐपल के बाकी दोनों वेंडरों (पेगाट्रोन और विंस्ट्रॉन) की तुलना में सबसे अधिक संख्या में कर्मचारियों की नियुक्ति की है। उसने पिछले 19 महीने में तकरीबन 1 लाख लोगों को सीधे तौर पर नियुक्त किया है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने ट्वीट में कहा, ‘राज्य में जल्द ही ऐपल फोन का उत्पादन शुरू हो जाएगा। 1 लाख नौकरियां सृजित करने के अलावा कंपनी कर्नाटक में रोजगार के ढेर सारे अवसर पैदा करेगी।’
फॉक्सकॉन ने बीते गुरुवार को तेलंगाना सरकार के साथ राज्य में विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए भी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। कंपनी तेलंगाना में भी 1 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा सकती है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि कर्नाटक की कुछ जमीन पर कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन संयंत्र लगा सकती है लेकिन इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। ये दोनों घोषणाएं फॉक्सकॉन के चेयरमैन यंग लियू की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इस हफ्ते हुई बैठक के बाद की गई है। लियू एक साल के दौरान दूसरी बार भारत की यात्रा पर आए हैं।
इसके साथ ही फॉक्सकॉन की मौजूदगी दक्षिण भारत के अधिकांश प्रमुख राज्यों में हो जाएगी। कंपनी तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में पहले से मौजूदा है और अब तेलंगाना और कनार्टक में भी विस्तार करने की घोषणा की है।
इसके अलावा वेदांत के साथ संयुक्त उपक्रम के जरिये फॉक्सकॉन देश में सेमी-कंडक्टर कारोबार में भी उतर रही है। इस परियोजना को जल्द ही सरकार से मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
फॉक्सकॉन चीन पर अत्यधिक निर्भरता कम करने के लिए भारत पर दांव लगा रही है। फिलहाल उसका 75 फीसदी विनिर्माण चीन में ही केंद्रित है।
फॉक्सकॉन समूह अपनी दो कंपनियों फॉक्सकॉन होन हई (खास तौर पर ऐपल के लिए फोन बनाती है) और राइजिंग सन (नाम बदलकर भारत एफआईएच किया गया है) के जरिये देश में विस्तार कर रही है। दोनों कंपनियां उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के लिए पात्र हैं।
नई घोषणाओं को ऐपल द्वारा चीन से अपना उत्पादन भारत ले जाने में तेजी के संदर्भ में भी देखा जा सकता है। विश्लेषकों का अनुमान है कि पीएलआई योजना के तहत ऐपल 10 से 12 फीसदी उत्पादन को चीन से भारत ला सकती है।
फॉक्सकॉन का आंध्र प्रदेश के श्री सिटी में स्थित संयंत्र में ऐपल से इतर ब्रांड यानी श्याओमी आदि के मोबाइल फोन का उत्पादन किया जाता है।