भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व डिप्टी गवर्नर एमके जैन मुकेश अंबानी की अगुआई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज में सलाहकार के तौर पर शामिल होने वाले हैं। जानकार सूत्र के अनुसार समूह बैंकिंग उद्योग से प्रतिभाओं के साथ अपने वरिष्ठ नेतृत्व को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है।
वर्ष की शुरुआत में आरबीआई ने जैन को एक नई स्थायी बाहरी सलाहकार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया था, जिसका काम यूनिवर्सल और लघु वित्त बैंकों के लिए आवेदनों का आकलन करना था। रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रवक्ता ने इस नियुक्ति पर टिप्पणी करने से मना कर दिया। आरबीआई को सोमवार को भेजे गए ईमेल का भी कोई जवाब नहीं मिला।
जैन जून 2023 में आरबीआई से सेवानिवृत्त हुए थे और उन्हें आईडीबीआई बैंक और इंडियन बैंक को फिर से खड़ा करने का श्रेय दिया जाता है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शीर्ष नेतृत्व के सलाहकार के रूप में जैन समूह को अपने वित्तीय सेवा कारोबार पर रणनीति बनाने में मदद करेंगे।
जुलाई 2023 में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने वित्तीय सेवा कारोबार को अलग कर जियो फाइनैंशियल सर्विसेज के तौर पर सूचीबद्ध करा दिया था। अंबानी परिवार के पास वर्तमान में फर्म की 47.12 फीसदी हिस्सेदारी है जिसका मंगलवार तक कुल बाजार मूल्यांकन 1.38 लाख करोड़ रुपये था।
यह नियुक्ति ऐसे समय हो रही है जब टाटा सहित अन्य कारोबारी समूह वित्तीय सेवा क्षेत्र में भारी निवेश कर रहे हैं। अपनी लिस्टिंग के बाद से पूर्व दिग्गज बैंकर केवी कामथ की अध्यक्षता वाली जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने ग्राहकों और कारोबारों के डिजिटल अधिग्रहण पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने वितरण चैनलों का विस्तार किया। गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) जियो फाइनैंस (जेएफएल) के सात शहरों में नौ कार्यालय हैं।
जियो पेमेंट्स बैंक ने अपने बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट नेटवर्क को देश भर में लगभग 7,300 एजेंटों तक बढ़ा लिया है जबकि जियो पेमेंट सॉल्यूशंस ने अपने भुगतान की पेशकश को जियोभारत के साथ जोड़ा है ताकि किफायती फीचर फोन की बढ़ती मांग के अनुरूप छोटे व्यापारियों को तेजी से शामिल किया जा सके।
ऐसेट मैनेजमेंट के मोर्चे पर दुनिया की सबसे बड़ी ऐसेट मैनेजर ब्लैकरॉक के साथ जियो के संयुक्त उद्यम ने अपने प्रायोजकों, जियो फाइनैंशियल सर्विसेज और ब्लैकरॉक के लिए सैद्धांतिक मंजूरी हासिल कर ली है। जियो ब्लैकरॉक ऐसेट मैनेजमेंट ने अंतिम मंजूरी के लिए सेबी के पास आवेदन किया है। दिसंबर 2024 तिमाही के लिए विश्लेषकों के समक्ष कंपनी की प्रस्तुति के अनुसार जियो फाइनैंस प्लेटफॉर्म ऐंड सर्विस ने ग्राहक अधिग्रहण के मकसद से जियोफाइनैंस ऐप के लिए एनपीसीआई के साथ थर्ड-पार्टी ऐप्लिकेशन प्रदाता (टीपीएपी) लाइसेंस के लिए भी आवेदन किया है।