ओएनजीसी के हजीरा गैस प्रसंस्करण संयंत्र में आज सुबह लगातार तीन धमाके होने के कारण भीषण आग लग गई। जब तक इस संयंत्र का परिचालन शुरू नहीं होगा तब तक देश में प्राकृतिक गैस का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है। यह संयंत्र ओएनजीसी के कुल गैस उत्पादन में करीब 45 फीसदी का योगदान करता है।
उद्योग सूत्रों के अनुसार, इससे पहले पाइपलाइन फटने के कारण लगी आग से बिजली एवं उर्वरक जैसे प्रमुख क्षेत्रों को गैस की आपूर्ति बाधित हुई थी। कंपनी ने कहा है कि वह आग लगने के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
कंपनी के एक अधिकारी ने कहा, ‘पश्चिमी अपतटीय क्षेत्र से आने वाली गैस की कुल 45 एमएमएससीएमडी (मिलियन मिट्रिक स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर पर डे) में से करीब 3.2 एमएमएससीएमडी गैस का प्रसंस्करण हजीरा संयंत्र में किया जाता है। लेकिन सुरक्षा कारणों से इस संयंत्र को फिलहाल बंद कर दिया गया है।’
गेल ने कहा कि करीब 30 एमएमएससीएमडी प्राकृतिक गैस की आपूर्ति गेल के उत्तर-पश्चिमी पाइपलाइन नेटवर्क (एचवीजे सिस्टम) में होती थी। इसे तत्काल बंद कर दिया गया है ताकि कोई और नुकसान न होने पाए। दिलचस्प है कि वित्त वर्ष 2019 में ओएनजीसी ने कुल करीब 70 एमएमएससीएमडी प्राकृतिक गैस का उत्पादन किया था। पश्चिमी अपतटीय उत्पादन के प्रमुख उपभोक्ता राज्यों में गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश शामिल हैं।
हजीरा संयंत्र की कुल उत्पादन क्षमता करीब 46.9 एमएमएससीएमडी है जबकि प्रसंस्करण क्षेत्रों से प्राप्त गैस की मात्रा पर निर्भर करता है।
संयंत्र में आग लगने की खबर आने के बाद बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर ओएनजीसी का शेयर पिछले बंद भाव 67.65 रुपये के मुकाबले गिरावट के साथ 66 रुपये पर खुला। कंपनी ने इससे पहले ट्वीट किया था कि आग पर काबू पा लिया गया है और किसी भी व्यक्ति के हताहत या घायल होने की सूचना नहीं है। कंपनी सुबह साढ़े नौ बजे फिर ट्वीट किया और कहा कि हजीरा संयंत्र में आग को पूरी तरह बुझा दी गई है। सामान्य परिचालन को जल्द से जल्द सुचारु करने के प्रयास किए जा रहे हैं। कंपनी का शेयर आज 2 फीसदी की गिरावट के साथ 66.40 रुपये पर बंद हुआ।
