4बी नेटवर्क्स के संस्थापक एक बार फिर खुद को घिरा हुआ पा रहे हैं क्योंकि मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने शनिवार को उनके और वरिष्ठ कार्यकारी संजय सैनी के खिलाफ कथित धोखाधड़ी व भरोसा तोड़ने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है।
नोएल टाटा समर्थित विज्ञापन एजेंसी इंटरस्पेस कम्युनिकेशंस के सह-संस्थापक व कंट्री हेड विकास ओम प्रकाश ने एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है कि यादव की फर्म ने इंटरस्पेस के साथ 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है।
राजस्थान के वेंडर को 4बी ने फरवरी 2022 में आउटडोर विज्ञापन अभियान का काम दिया था।
FIR में नोवल ने दावा किया है कि कंपनी ने पुणे में अप्रैल से अगस्त 2022 के बीच कुल 83 होडिंग लगाए। सेवा पूरी होने के बाद नोवल की फर्म ने 4बी को बिल भेजा। कुछ बिल का भुगतान कर दिया गया, वहीं बाकी बिना भुगतान के रह गए। यादव, सैनी और कंपनी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 406, 409 और 420 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। अभी तक मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
मीडिया की खबरों में कहा गया है कि विज्ञापन एजेंसी के अलावा सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट पर्म नियोसॉफ्ट और होमलोन एजेंट फिंकी का बकाया भी 4बी नेटवर्क्स ने नहीं चुकाया है।