जियोमार्ट व टाटा डिजिटल के बीच तगड़ी प्रतिस्पर्धा

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 3:27 AM IST

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की स्वामित्व वाली कंपनी जियोमार्ट टाटा सुपरऐप जैसी अपनी आगामी प्रतिस्पर्धियों और पेटीएम, एमेजॉन एवं फ्लिपकार्ट सहित स्थापित कंपनियों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए वित्तीय सेवा और हवाई टिकट जैसी श्रेणियों में अपने नए उत्पादों को लॉन्च करने के लिए तैयार है।
गोल्डमैन सैक्स की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार, यह ऐसे समय में हो रहा है जब आरआईएल का ई-कॉमर्स कारोबार से प्राप्त राजस्व 35 फीसदी की वृद्धि के साथ महज चार साल के भीतर 15 अरब डॉलर के पार पहुंचने की उम्मीद है। जबकि उसके मूल खुदरा कारोबार से प्राप्त राजस्व भी उसी रफ्तार से बढ़कर 44 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
एक रेटिंग फर्म के प्रमुख ने कहा, ‘टाटा बनाम जियोमार्ट की प्रतिस्पर्धा अगली बड़ी कॉरपोरेट लड़ाई होने वाली है जो देखने योग्य होगी। हालांकि टाटा अपने इन-हाउस उत्पादों और ब्रांडों के साथ फिलहाल आगे दिख रही है लेकिन आरआईएल को गूगल, फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज वैश्विक कंपनियों का समर्थन हासिल है।’
निखिल भंडारी के नेतृत्व में गोल्डमैन सैक्स के विश्लेषकों ने कहा, ‘हम वित्त वर्ष 2025 तक ऑनलाइन किराना कारोबार में आरआईएल के लिए 50 फीसदी बाजार हिस्सेदारी का अनुमान जाहिर करते हैं। जबकि कुल ई-कॉमर्स बाजार में उसकी बाजार हिस्सेदारी 30 फीसदी रहने के आसार हैं। इसका मतलब साफ है कि वित्त वर्ष 2025 तक आरआईएल का ई-कॉमर्स जीएमवी (सकल बाजार मूल्य) 35 अरब डॉलर का होगा। इसमें 19 अरब डॉलर किराना कारोबार में जबकि शेष गैर-किराना कारोबार में होगा। कुल मिलाकर, हम उम्मीद करते हैं कि खुदरा एबिटा वित्त वर्ष 2030 तक मौजूदा स्तर के मुकाबले 10 गुना बढ़ जाएगी।’
विश्लेषकों ने कहा कि वित्त वर्ष 2016 और वित्त वर्ष 2020 के बीच पांच गुना वृद्धि के साथ आरआईएल के प्रमुख खुदरा कारोबार से प्राप्त राजस्व की वृद्धि वित्त वर्ष 2021 में थोड़ी सुस्त पड़ेगी। उन्होंने कहा कि कोविड वैश्विक महामारी संबंधी देशव्यापी लॉकडाउन संबंधी चुनौतियों के कारण ऐसा होगा।
गोल्डमैन सैक्स के विश्लेषकों ने कहा, ‘हमारा मानना है कि ई-कॉमर्स सहित खुदरा कारोबार आरआईएल के लिए अगला ग्रोथ इंजन साबित होगा। अगले 10 वर्षों के दौरान खुदरा कारोबार की एबिटा में 10 गुना वृद्धि होने की क्षमता है। हम वित्त वर्ष 2030 तक भारत के किराना कारोबार में संगठित खुदरा की पैठ मं छह गुना वृद्धि देख रहे हैं जबकि आरआईएल की बाजार हिस्सेदारी में 15 फीसदी की वृद्धि होगी।’
इस धमाकेदार वृद्धि का एक बड़ा हिस्सा रिलायंस की ऑलाइन डिलिवरी सेवा, जियोमार्ट से आएगा जो किराने के सामान से लेकर कपड़ा, फार्मास्युटिकल्स और पर्सनल केयर एवं होम केयर उत्पादों की बिक्री कर रही है।
उधर, टाटा समूह की प्रमुख होल्डिंग कंपनी टाटा संस की सहायक इकाई टाटा डिजिटल ने कहा है कि वह वित्तीय सेवा एवं यात्रा संबंधी उत्पादों को लॉन्च करेगी जिसमें हवाई टिकटों और होटल कमरों की बुकिंग भी शामिल होगी।
टाटा के पास ताज समूह के होटलों का परिचालन करने वाली कंपनी इंडियन होटल्स के अलावा टाटा मोटर्स, टाटा एसआईए एयरलाइंस और एयरएशिा इंडिया जैसे दमदार ब्रांड मौजूद हैं जो उसके उत्पादों को अपने सुपरऐप पर बेच सकते हैं। इसके अलावा टाटा समूह ने फार्मा चेन, 1एमजी और किराना रिटेलर बिग बास्केट जैसी कंपनियों का अधिग्रहण भी किया है।
विश्लेषकों ने कहा कि जियोमार्ट ओबेरॉय होटल्स जैसी अपने निवेश वाली कंपनियों के लिए होटल बुकिंग करेगी। इसके अलावा वह अपने प्लेटफॉर्म पर विमानन कंपनियों के टिकटों की बिक्री करने के लिए भी बातचीत कर रही है।
एक बहुराष्ट्रीय उपभोक्ता वस्तु कंपनी के शीर्ष अधिकारी ने कहा, ‘टाटा के पास समूह की कई दमदार कंपनियां मौजूद हैं जो टाटा सुपरऐप पर उनके उत्पादों की बिक्री कर सकती हैं। जबकि जियोमार्ट तगड़ी प्रतिस्पर्धा दे सकती है जैसा पहले कभी नहीं देखा
गया होगा।’
आरआईएल को गूगल, फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज विदेशी कंपनियों का समर्थन हासिल है जिन्होंने हाल में जियो प्लेटफॉम्र्स में निवेश किया है। ऐसे में आगामी महीनों के दौरान इन कंपनियों की भागीदारी के साथ कई उत्पादों को लॉन्च किया जा सकता है।

First Published : June 21, 2021 | 11:26 PM IST