समुद्री रोबोटिक्स डीप-टेक क्षेत्र की स्टार्टअप आईरोव ने यूनिकॉर्न इंडिया वेंचर्स की अगुआई में प्री-सीरीज ए के दौर में 10 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी ने आज यह घोषणा की। इस रकम का उपयोग आईरोव के भौगोलिक विस्तार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में और मजबूत करने तथा आईरोव की मौजूदा पेशकशों को बढ़ाने के लिए उन्नत समुद्री रोबोटिक्स उत्पादों और समाधानों को विकसित करने में किया जाएगा। आईआईटी के पूर्व छात्र जॉन्स टी मथाई और कन्नप्पा पलानीअप्पन पी द्वारा साल 2016 में स्थापित आईरोव डीप-टेक कंपनी है, जिसे समुद्री रोबोटिक्स और एआई में विशेषज्ञता है। कंपनी का लक्ष्य अपनी अत्याधुनिक मानवरहित प्रौद्योगिकियों के जरिये ऊर्जा, समुद्री, रक्षा और बुनियादी ढांचे जैसे उद्योगों में क्रांति लाना है।
पेयू के निवेश वाली फिनटेक वयाना ने आज ऐलान किया कि उसने सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (एसएमबीसी) के एशिया राइजिंग फंड की अगुआई में चल रहे रकम जुटाने के सीरीज डी दौर के तहत 2.05 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। इसमें इंटरनैशनल फाइनैंस कॉरपोरेशन (आईएफसी), चिराते वेंचर्स और जंगल वेंचर्स जैसे मौजूदा निवेशकों ने भी भागीदारी की है।
कंपनी ने कहा कि रकम जुटाने के इस दौर में क्वांटम स्टेट इन्वेस्टमेंट फंड और एमराल्ड कंपनी जैसे पारिवारिक कार्यालयों की भागीदारी देखी गई है। वयाना को उम्मीद है कि इस रकम से आपूर्ति श्रृंखला की वित्तीय सहायता, नई योजनाओं की शुरूआत को बढ़ावा मिलेगा तथा व्यापार ऋण, अनुपालन और जोखिम प्रबंधन प्लेटफार्मों में सुधार होगा। बाजार पर नजर रखने वाले प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन के आंकड़ों के अनुसार कंपनी ने साल 2022 में रकम जुटाने के सीरीज सी दौर के तहत 1.5 करोड़ डॉलर जुटाए थे।
सीमा पार भुगतान क्षेत्र की फिनटेक स्काईडू ने प्री-सीरीज ए के दौर में 50 लाख डॉलर जुटाए हैं। कंपनी की मौजूदा निवेशक एलिवेशन कैपिटल की अगुआई में यह राशि जुटाई गई है। कंपनी इस जुटाई गई राशि का इस्तेमाल अपने परिचालन के विस्तार में करेगी और अपनी जोखिम निगरानी और अनुपालन प्रणाली में निवेश करेगी।
इससे पहले कंपनी ने साल 2022 में एलिवेशन कैपिटल की अगुआई में सीड दौर में 52 लाख डॉलर जुटाए थे। कंपनी ने कहा कि उसने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट एग्रीगेटर (पीए-सीबी) लाइसेंस के लिए आवेदन कर रखा है।