सरकार ने इंडियन मेडिसिंस फार्मास्यूटिकल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IMPCL) की रणनीतिक बिक्री के लिए गुरुवार को बोली लगाने वालों से 15 अक्टूबर तक रुचि पत्र (ईओआई) मांगे हैं। प्रबंधन के हस्तांतरण के साथ कंपनी की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए रुचि पत्र मांगा गया है।
भारत सरकार की IMPCL में 98.11 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह आयुष मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में है। शेष 1.89 प्रतिशत हिस्सेदारी कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएनएल) की है, जो उत्तराखंड सरकार का उपक्रम है। कंपनी की 31 मार्च, 2022 को पेड-अप शेयर पूंजी 51.98 करोड़ रुपये थी।
IMPCL का परिसर उत्तराखंड के अल्मोड़ा में 35.81 एकड़ में है। वित्त वर्ष 22 में कंपनी का कुल कारोबार 59 प्रतिशत बढ़कर 261 करोड़ रुपये हो गया है, जिसका कर के बाद मुनाफा 34 करोड़ रुपये था।
निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने कहा है, ‘रणनीतिक विनिवेश के माध्यम से भारत सरकार IMPCL में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचना चाहती है, जिसमें प्रबंधन का हस्तांतरण भी होगा। केएमवीएनएल की हिस्सेदारी 1.89 प्रतिशत है, जिसने भारत सरकार के साथ अपना हिस्सा बेचने का फैसला किया है।’