Dharavi Redevelopment Project: अरबपति गौतम अदाणी की अगुवाई वाले अदाणी ग्रुप (Adani Group) ने एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी-बस्ती धारावी के पुनर्विकास (Redevelopment) के लिए मुंबई के स्लम पुनर्वास प्राधिकरण के साथ एक ‘जॉइंट वेंचर’ बनाया है। कानूनी विवाद में फंसी एशिया की सबसे बड़ी मलिन बस्तियों में से एक के पुनर्निर्माण की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अदाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने ‘धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड’ नाम से एक नयी कंपनी के गठन की पुष्टि की है। हालांकि, उन्हें इसके अलावा कोई जानकारी नहीं दी।
धारावी में रहते हैं 10 लाख से ज्यादा लोग
बता दें कि धारावी (Dharavi) में 10 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं और इसका पुनर्विकास किया जाना है। अदाणी ग्रुप को अपने प्रतिद्वंद्वी बोलीदाता सेकलिंक टेक्नोलॉजीज कॉर्पोरेशन (Seclink Technologies Corporation) से पुनर्विकास योजना को लेकर कानूनी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में जॉइंट वेंचर की स्थापना एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
सेकलिंक का बोली को अनुचित तरीके से रद्द करने का आरोप
सेकलिंक का आरोप है कि मुंबई के महाराष्ट्र ने 2018 की मूल बोली प्रक्रिया को अनुचित तरीके से रद्द कर दिया था और इसे फिर से शुरू किया ताकि अदाणी ग्रुप जीत सके। वहीं, महाराष्ट्र सरकार और अदाणी समूह ने बोली की प्रक्रिया को लेकर किसी भी गलत काम से इनकार किया है और कहा है कि सेकलिंक के मामले को खारिज कर दिया जाना चाहिए।
धारावी का स्लम इलाका न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क के आकार का लगभग तीन-चौथाई है। यह इलाका डैनी बॉयल की ऑस्कर विजेता 2008 की फिल्म “स्लमडॉग मिलियनेयर” में आने के बाअद चर्चाओं में आया था।
अदाणी ग्रुप ने जीती थी बोली
वहीं, अड़ानी ग्रुप ने इस साल जुलाई में इस परियोजना के लिए 61 करोड़ डॉलर डॉलर की बोली लगाकर धारावी पुनर्निर्माण परियोजना (Dharavi Redevelopment Project) जीती थी। बीते साल 29 नवंबर को समूह की कंपनी अदाणी प्रॉपर्टीज (Adani Properties) ने 5,069 करोड़ रुपये की निवेश की पेशकश कर 259 हेक्टेयर में फैली स्लम कॉलोनी के रिडेवलपमेंट का सौदा हासिल किया था।
कैसे होगा रिडेवलपमेंट ?
धारावी का रिडेवलपमेंट अलग-अलग चरणों में किया जाएगा, सबसे पहले वहां रहने वाले लोगों को शिविरों में भेजा जाएगा क्योंकि वे उनके लिए नए घरों का पुनर्निर्माण करेंगे। इसके बाद वहां पर नए घरों को बनाया जाएगा।
2000 से पहले से रह रहे लोगों को मिलेगा फ्री में मकान
2.5 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले 6.5 लाख झुग्गीवासियों के पुनर्वास के लिए प्रोजेक्ट की कुल समयसीमा 7 साल है। प्रोजेक्ट के तहत, वे लोग जो धारावी में 1 जनवरी 2000 से पहले से रह रहे हैं उन्हें पक्का मकान दिया जाएगा और उसके बदले कोई रकम नहीं ली जाएगी यानी मकान फ्री में मिलेगा। लेकिन ऐसा उनके लिए नहीं है जो 2000 के बाद आए हैं। प्रोजेक्ट के मुताबिक, 2000 से 2011 के बीच आकर बसे लोगों को इसके लिए कीमत चुकानी होगी।