देश में साल 2023 रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए अच्छा साबित हुआ। इस साल ऑफिस की मांग रिकॉर्ड स्तर के करीब पहुंच गई। इसके साथ ही बीते साल 10 सालों में इस साल सबसे ज्यादा मकान बिके।
हालांकि 50 लाख रुपये तक कीमत वाले मकानों की बिक्री में कमी आई है। लेकिन मध्यम व लग्जरी मकानों की बिक्री बढ़ने से कुल बिक्री में इजाफा हुआ है।
ऑफिस स्पेस की मांग बढ़कर 596 लाख वर्ग फुट
संपत्ति सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2023 में देश के 8 प्रमुख बाजारों में ऑफिस स्पेस की मांग 596 लाख वर्ग फुट दर्ज की गई, जो अब तक के सर्वोच्च स्तर 606 लाख वर्ग फुट के करीब है। यह मांग वर्ष 2019 में दर्ज की गई थी। साल 2022 की तुलना में ऑफिस स्पेस की मांग में 15 फीसदी इजाफा हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 में सबसे ज्यादा ऑफिस स्पेस की मांग 92 फीसदी बढ़कर 108 लाख वर्ग फुट चेन्नई में दर्ज की गई। इसके साथ ही हैदराबाद में ऑफिस मांग 32 फीसदी बढ़कर 88 लाख, कोलकाता में 20 फीसदी बढ़कर 14 लाख, मुंबई में 16 फीसदी बढ़कर 74 लाख रुपये, एनसीआर में 14 फीसदी बढ़कर 101 लाख और पुणे में 9 फीसदी बढ़कर 67 लाख वर्ग फुट दर्ज की।
ऑफिस के सबसे बड़े बाजार बेंगलूरू में इसकी मांग 14 फीसदी घटकर 125 लाख वर्ग फुट रह गई। अहमदाबाद में भी ऑफिस की मांग 15 फीसदी गिरावट के साथ 18 लाख वर्ग फुट दर्ज की गई। बेंगलूरू में मांग घटने की वजह टेक्नोलॉजी सेक्टर में सुस्ती है।
नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि मजबूत आर्थिक फंडामेंटल के कारण साल 2023 में ऑफिस की मांग बढ़ी है। इस साल भी काफी विस्तार होने से ऑफिस की मांग नई ऊंचाई पर पहुंच सकती है।
प्रमुख शहरों में ऑफिस की मांग
शहर 2023 बदलाव
मुंबई 74 16
एनसीआर 101 14
बेंगलूरू 125 14
पुणे 67 9
अहमदाबाद 18 15
चेन्नई 108 92
हैदराबाद 88 32
कोलकाता 14 20
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कुल 596 15
नोट: नाइट फ्रेंक इंडिया ऑफिस मांग के आंकड़े लाख वर्ग फुट में है और बदलाव 2022 की तुलना में फीसदी में
मकानों की कुल बिक्री बढ़ी, लेकिन 50 लाख रुपये तक कीमत वालों की घटी
साल 2023 में मकानों की बिक्री में भी वृद्धि हुई है और यह 10 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई। नाइट फ्रैंक इंडिया की इस रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 में प्रमुख शहरों में 3,29,097 मकान बिके, जो साल 2022 में बिके मकानों से 5 फीसदी ज्यादा हैं। मुंबई में सबसे ज्यादा 86,871 मकान बिके।
इसके बाद एनसीआर में 60,002 और बेंगलूरू में 54,046 मकान बिके। इन तीनों शहरों की कुल बिक्री में हिस्सेदारी 61 फीसदी रही। साल 2023 में नये मकानों की लॉन्चिंग 7 फीसदी बढ़कर 3,50,746 हो गई। इस बीच, 50 लाख रुपये तक कीमत वाले मकानों की बिक्री में कमी आई है।
नाइट फ्रैंक इंडिया द्वारा आज जारी रिपोर्ट के अनुसार देश के आठ प्रमुख शहरों में पिछले साल 50 लाख रुपये तक कीमत के घरों की बिक्री 16 फीसदी घटकर 97,983 रह गई है। मुंबई में 50 लाख रुपये और उससे कम कीमत के मकानों की बिक्री 2023 में 6 फीसदी घटकर 39,093, बेंगलूरू में 46 फीसदी घटकर 8,141, दिल्ली-एनसीआर में 44 फीसदी घटकर 7,487 रह गई।
कुल मकानों की बिक्री में किफायती घरों की हिस्सेदारी 37 फीसदी से घटकर 30 फीसदी गई है। वर्ष 2018 में कुल आवासीय बिक्री में किफायती घरों की हिस्सेदारी 54 फीसदी। एक करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी 2022 के 27 फीसदी से बढ़कर 2023 में 34 फीसदी हो गई।
मध्यम आय वर्ग और लक्जरी क्षेत्र में ऊंची मांग की वजह से मकानों की कुल बिक्री 10 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि अधिक महंगी संपत्तियों की ओर बदलाव की वजह से आवासीय बाजार ने 2023 में भी अच्छी तेजी हासिल की।