facebookmetapixel
RSS ‘स्वयंसेवक’ से उपराष्ट्रपति तक… सीपी राधाकृष्णन का बेमिसाल रहा है सफरभारत के नए उप राष्ट्रपति चुने गए सीपी राधाकृष्णन, बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के भारी अंतर से हरायासेबी ने IPO नियमों में ढील दी, स्टार्टअप फाउंडर्स को ESOPs रखने की मिली मंजूरीNepal GenZ protests: नेपाल में क्यों भड़का प्रोटेस्ट? जानिए पूरा मामलाPhonePe का नया धमाका! अब Mutual Funds पर मिलेगा 10 मिनट में ₹2 करोड़ तक का लोनभारतीय परिवारों का तिमाही खर्च 2025 में 33% बढ़कर 56,000 रुपये हुआNepal GenZ protests: प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी दिया इस्तीफापीएम मोदी ने हिमाचल के लिए ₹1,500 करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान किया, मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख की मददCredit risk funds: क्रेडिट रिस्क फंड्स में हाई रिटर्न के पीछे की क्या है हकीकत? जानिए किसे करना चाहिए निवेशITR Filing2025: देर से ITR फाइल करना पड़ सकता है महंगा, जानें कितनी बढ़ सकती है टैक्स देनदारी

ऑफिस स्पेस की मांग रिकॉर्ड स्तर के करीब, मकानों की बिक्री 10 साल के उच्च स्तर पर

नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल ऑफिस स्पेस की मांग बढ़कर 596 लाख पहुंच गई, जो सर्वोच्च स्तर 606 लाख वर्ग फुट के करीब है।

Last Updated- January 03, 2024 | 4:39 PM IST
Supply of office space decreased by 6% in 8 major cities last year, demand at all-time high बीते साल 8 प्रमुख शहरों में ऑफिस स्पेस की सप्लाई 6% घटी, मांग ऑलटाइम हाई पर

देश में साल 2023 रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए अच्छा साबित हुआ। इस साल ऑफिस की मांग रिकॉर्ड स्तर के करीब पहुंच गई। इसके साथ ही बीते साल 10 सालों में इस साल सबसे ज्यादा मकान बिके।

हालांकि 50 लाख रुपये तक कीमत वाले मकानों की बिक्री में कमी आई है। लेकिन मध्यम व लग्जरी मकानों की बिक्री बढ़ने से कुल बिक्री में इजाफा हुआ है।

ऑफिस स्पेस की मांग बढ़कर 596 लाख वर्ग फुट

संपत्ति सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2023 में देश के 8 प्रमुख बाजारों में ऑफिस स्पेस की मांग 596 लाख वर्ग फुट दर्ज की गई, जो अब तक के सर्वोच्च स्तर 606 लाख वर्ग फुट के करीब है। यह मांग वर्ष 2019 में दर्ज की गई थी। साल 2022 की तुलना में ऑफिस स्पेस की मांग में 15 फीसदी इजाफा हुआ है।

रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 में सबसे ज्यादा ऑफिस स्पेस की मांग 92 फीसदी बढ़कर 108 लाख वर्ग फुट चेन्नई में दर्ज की गई। इसके साथ ही हैदराबाद में ऑफिस मांग 32 फीसदी बढ़कर 88 लाख, कोलकाता में 20 फीसदी बढ़कर 14 लाख, मुंबई में 16 फीसदी बढ़कर 74 लाख रुपये, एनसीआर में 14 फीसदी बढ़कर 101 लाख और पुणे में 9 फीसदी बढ़कर 67 लाख वर्ग फुट दर्ज की।

ऑफिस के सबसे बड़े बाजार बेंगलूरू में इसकी मांग 14 फीसदी घटकर 125 लाख वर्ग फुट रह गई। अहमदाबाद में भी ऑफिस की मांग 15 फीसदी गिरावट के साथ 18 लाख वर्ग फुट दर्ज की गई। बेंगलूरू में मांग घटने की वजह टेक्नोलॉजी सेक्टर में सुस्ती है।

नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि मजबूत आर्थिक फंडामेंटल के कारण साल 2023 में ऑफिस की मांग बढ़ी है। इस साल भी काफी विस्तार होने से ऑफिस की मांग नई ऊंचाई पर पहुंच सकती है।

प्रमुख शहरों में ऑफिस की मांग

शहर                2023             बदलाव
मुंबई                 74                   16
एनसीआर         101                  14
बेंगलूरू            125                 14
पुणे                   67                    9
अहमदाबाद      18                    15
चेन्नई                 108                 92
हैदराबाद          88                   32
कोलकाता        14                     20
————————————
कुल               596                    15

नोट: नाइट फ्रेंक इंडिया ऑफिस मांग के आंकड़े लाख वर्ग फुट में है और बदलाव 2022 की तुलना में फीसदी में

मकानों की कुल बिक्री बढ़ी, लेकिन 50 लाख रुपये तक कीमत वालों की घटी

साल 2023 में मकानों की बिक्री में भी वृद्धि हुई है और यह 10 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई। नाइट फ्रैंक इंडिया की इस रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 में प्रमुख शहरों में 3,29,097 मकान बिके, जो साल 2022 में बिके मकानों से 5 फीसदी ज्यादा हैं। मुंबई में सबसे ज्यादा 86,871 मकान बिके।

इसके बाद एनसीआर में 60,002 और बेंगलूरू में 54,046 मकान बिके। इन तीनों शहरों की कुल बिक्री में हिस्सेदारी 61 फीसदी रही। साल 2023 में नये मकानों की लॉन्चिंग 7 फीसदी बढ़कर 3,50,746 हो गई। इस बीच, 50 लाख रुपये तक कीमत वाले मकानों की बिक्री में कमी आई है।

नाइट फ्रैंक इंडिया द्वारा आज जारी रिपोर्ट के अनुसार देश के आठ प्रमुख शहरों में पिछले साल 50 लाख रुपये तक कीमत के घरों की बिक्री 16 फीसदी घटकर 97,983 रह गई है। मुंबई में 50 लाख रुपये और उससे कम कीमत के मकानों की बिक्री 2023 में 6 फीसदी घटकर 39,093, बेंगलूरू में 46 फीसदी घटकर 8,141, दिल्ली-एनसीआर में 44 फीसदी घटकर 7,487 रह गई।

कुल मकानों की बिक्री में किफायती घरों की हिस्सेदारी 37 फीसदी से घटकर 30 फीसदी गई है। वर्ष 2018 में कुल आवासीय बिक्री में किफायती घरों की हिस्सेदारी 54 फीसदी। एक करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले मकानों की हिस्सेदारी 2022 के 27 फीसदी से बढ़कर 2023 में 34 फीसदी हो गई।

मध्यम आय वर्ग और लक्जरी क्षेत्र में ऊंची मांग की वजह से मकानों की कुल बिक्री 10 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि अधिक महंगी संपत्तियों की ओर बदलाव की वजह से आवासीय बाजार ने 2023 में भी अच्छी तेजी हासिल की।

First Published - January 3, 2024 | 4:39 PM IST

संबंधित पोस्ट