अशोक सूता के नेतृत्व वाली हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजिज अगले 24 महीने में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) में अपना निवेश दोगुना करने की योजना बना रही है। कंपनी के शीर्ष अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। अलबत्ता उन्होंने यह नहीं बताया कि वे कितना निवेश करेंगे।
कंपनी की एनालिटिक्स और AI पेशकश में AI, मशीन लर्निंग और सांख्यिकीय प्रारूप का उपयोग करते हुए आधुनिक एनालिटिक्स का कार्यान्वयन तथा भारी मात्रा में डेटा को संभालने के लिए बड़े डेटा प्लेटफार्मों की इंजीनियरिंग शामिल है। वित्त वर्ष 23 के दौरान एनालिटिक्स और AI से राजस्व 12.2 प्रतिशत रहा है।
हैपिएस्ट माइंड्स के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी श्रीधर मंथा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि जिस तरह हमारा उद्योग आगे बढ़ रहा है, उसे देखते हुए हमारा अधिकांश अनुसंधान एवं विकास (R&D) और प्रशिक्षण का निवेश AI की दिशा में बढ़ेगा।
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इस समय बाजार जिस तरह आगे बढ़ रहा है, यह उसके लिए तर्कसंगत प्रतिक्रिया है। AI में लगातार अधिकाधिक निवेश होगा क्योंकि मुख्य रूप से डिजिटल का झुकाव या धार इसी में बढ़ रही है। हमारा सारा निवेश AI दिशा में केंद्रित होगा।
हैपिएस्ट माइंड्स के कार्यकारी वाइस चेयरमैन और मुख्य कार्याधिकारी (उत्पाद इंजीनियरिंग सेवाएं) जोसेफ अनंतराजू ने कहा कि इस निवेश के संचालन के लिए बेंगलूरु की कंपनी वित्त वर्ष 24 में दुनिया भर में लगभग 1,300 इंजीनियरों को नियुक्त करने का लक्ष्य बना रही है, जिनमें से अधिकांश भारत में स्थित होंगे। इन 1,300 लोगों में से 300 से 400 लोगों की कैंपस हायरिंग होगी, जिन्हें जुलाई से अगस्त के बीच शामिल किया जाएगा।