ऋणशोधन अक्षमता याचिकाओं का सामना कर रहे मैकलॉयड रसल इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक आदित्य खेदान को उम्मीद है कि बैंक आगे आएंगे और ऋण मसले का समाधान हो जाएगा। सोमवार को कंपनी की सालाना आम बैठक में खेतान ने कंपनी के संचालन और भावी योजनाओं की रूपरेखा के बारे में बताया।
खेतान ने शेयरधारकों से कहा कि वह बैंकों के साथ लगातार संपर्क में है। उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि बैंक आगे आएंगे और हम इस मसले का समाधान करने में सक्षम होंगे। फिर कंपनी अपनी मौजूदा समस्याओं से बाहर निकलने के लिए भावी और स्पष्ट रूपरेखा तैयार कर सकती है।’
उन्होंने कहा, ‘एक बार बैंक जब समाधान कार्यक्रम को मंजूरी दे देते हैं तो जो भी विकल्प होगा हम उसके लिए मिलेंगे और उस वक्त की जरूरतों के अनुरूप अपना ध्यान केंद्रित करेंगे।’ मैक्लॉयड रसल पिछले कुछ वक्त से बैंकों के साथ ऋण पुनर्गठन पर बातचीत कर रही ती। मगर कुछ ऋणदाताओं एवं अन्य लेनदारों ने कंपनी के खिलाफ दिवालिया याचिका दायर की है।
वित्त वर्ष 2024 की सालाना रिपोर्ट में कॉरपोरेट दिवालिया समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) शुरू करने के लिए भारतीय स्टेट बैंक, शाह ब्रदर्स, पीडीके इम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड और इंडसइंड बैंक ने राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण (एनसीएलटी), कोलकाता के समक्ष याचिका दाखिल की है।
इसके अलावा वित्त वर्ष 2024 के अंत में सीआईआरपी शुरू करने के लिए एचडीएफसी बैंक और इंडियन बैंक ने भी याचिका दायर किया था, लेकिन कंपनी ने इस पर अपना विरोध जताया है। मैक्लॉयड पर करीब 1,800 करोड़ रुपये का मूलधन ऋण है।