इस्पात कीमतों में बढ़ोतरी से जूझ रहे घरेलू यात्री कार निर्माता कंपनियां एक बार फिर कीमत बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं।
मुश्किल से एक महीना ही बीता है जब मारुति सुजुकी, हुंडई मोटर्स इंडिया, महिन्द्रा ऐंड महिन्द्रा, टाटा मोटर्स और होंडा सिएल ने अपने विभिन्न मॉडलों की कीमतों में 6,000 से लेकर 30,000 रुपये का इजाफा किया था।
कार के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले धातु इस्पात (अलॉय स्टील) की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इस्पात निर्माताओं को कीमतें नहीं बढ़ाने के सरकार के आदेश के बावजूद पिछले एक महीने में इस्पात की कीमतों में 20 फीसदी से अधिक या 3,000 रुपये प्रति मीट्रिक टन का इजाफा हुआ है। तांबा, अल्युमिनियम, रबड़ जैसे अन्य कच्चे माल की कीमतें भी बढ़ रही हैं।
महिन्द्रा ऐंड महिन्द्रा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है कि कंपनी कीमतें बढ़ाने के लिए हालात का जायजा ले रही है, लेकिन अभी इस बारे में कोई तारीख तय नहीं की गई है। हुंडई के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘कंपनी ने दोबारा कीमतें बढ़ाने के लिए तुरंत कोई योजना नहीं बनाई है, लेकिन इस पर विचार जरूर किया जाएगा।’ वहीं टाटा मोटर्स के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल कंपनी ने कीमतों को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है।
इस उद्योग के जानकारों के मुताबिक पिछले कुछ महीनों में कच्चे माल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी काफी अधिक है। मुंबई के एक वाहन विशेषज्ञ ने बताया, ‘कार निर्माता अचानक 6-7 फीसदी की बढ़ोतरी कर कोई जोखिम नहीं ले सकते। इसलिए कीमतों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी करने का फैसला लिया गया है।’ इस कीमत बढ़ोतरी की योजना उस वक्त बनाई जा रही है जब उद्योग को धीमी बिक्री के संकट से जूझना पड़ रहा है।