facebookmetapixel
Credit risk funds: क्रेडिट रिस्क फंड्स में हाई रिटर्न के पीछे की क्या है हकीकत? जानिए किसे करना चाहिए निवेशITR Filing2025: देर से ITR फाइल करना पड़ सकता है महंगा, जानें कितनी बढ़ सकती है टैक्स देनदारीPower Stock में बन सकता है 33% तक मुनाफा, कंपनियों के ग्रोथ प्लान पर ब्रोकरेज की नजरेंNepal GenZ protests: पीएम ओली का इस्तीफा, एयर इंडिया-इंडिगो ने उड़ानें रद्द कीं; भारतीयों को नेपाल न जाने की सलाह26% तक चढ़ने को तैयार Adani Green, Suzlon समेत ये 5 Energy Stocks, टेक्निकल चार्ट पर दिख रहा ब्रेकआउटसोना ₹1.1 लाख के पार, चांदी 13 साल के हाई पर: निवेशकों के लिए क्या हैं इसके मायनेUP में बड़े निवेशकों के लिए अच्छी खबर! 100 करोड़ से ऊपर के प्रोजेक्ट्स को सिर्फ 15 दिन में मिलेगी जमीनMiniratna PSU ने डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट तय की, जानिए कब और कितनी रकम मिलेगीJane Street vs SEBI: SAT ने जेन स्ट्रीट की अपील स्वीकार की, अगली सुनवाई 18 नवंबर कोVice President Elections: पीएम मोदी और राजनाथ सिंह ने डाला वोट, देश को आज ही मिलेगा नया उप राष्ट्रपति

Byju’s के राइट्स इश्यू का रास्ता साफ, CEO बैजू रवींद्रन ने असंतुष्ट निवेशकों को दिया शेयरहोल्डिंग बढ़ाने का विकल्प

नकदी संकट से जूझ रही Byju's की प्रवर्तक कंपनी थिंक ऐंड लर्न अपने सभी इक्विटी शेयरधारकों को राइट निर्गम जारी कर 20 करोड़ डॉलर जुटा रही है।

Last Updated- March 29, 2024 | 10:39 PM IST
उच्च न्यायालय से बैजूस को राहत, दूसरे राइट्स इश्यू को मिली हरी झंडी, Karnataka High Court sets aside NCLT stay on second rights issue by Byju's

एडटेक कंपनी बैजूस (Byju’s) के संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी बैजू रवींद्रन ने असंतुष्ट निवेशकों को कंपनी के राइट्स निर्गम (इश्यू) में निवेश करने का विकल्प दिया है ताकि उनकी शेयरधारिता कम न हो। नकदी संकट से जूझ रही बैजूस की प्रवर्तक कंपनी थिंक ऐंड लर्न अपने सभी इक्विटी शेयरधारकों को राइट निर्गम जारी कर 20 करोड़ डॉलर जुटा रही है। शेयरधारकों को 2022 में कंपनी के 22 अरब डॉलर के उच्चतम मूल्यांकन से 99 फीसदी कम भाव पर निर्गम दिए जाएंगे।

रवींद्रन ने आज सुबह पत्र भेजकर शेयरधारकों को सूचित किया कि अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ाने के लिए 20 करोड़ डॉलर के राइट निर्गम के लिए कंपनी को डाक मतपत्र से 50 फीसदी से अधिक वोट मिले हैं। इस योजना की घोषणा पहली बार 7 मार्च को की गई थी।

रवींद्रन ने चिट्ठी में कहा है, ‘कुछ निवेशकों द्वारा अनावश्यक कानूनी कार्रवाई के बावजूद हमने अपने सभी शेयरधारकों के प्रति भरोसा कायम रखा है और चाहते हैं कि आप सभी हमारी बदलाव की कहानी का हिस्सा बनें।’ बिज़नेस स्टैंडर्ड ने रवींद्रन की इस चिट्ठी को देखा है। चिट्ठी में आगे कहा गया है, ‘बोर्ड के मौजूदा शेयरधारकों द्वारा छोड़े गए शेयरों को हम पेशकश करने का विचार कर रहे हैं ताकि उनकी शेयरधारिता कम न हो। इस बारे में जल्द ही विवरण साझा किया जाएगा।’

रवींद्रन ने कहा कि कंपनी में तीसरे पक्ष ने दिलचस्पी दिखाई है लेकिन कंपनी मौजूदा शेयरधारकों को ही प्राथमिकता दे रही है। इसलिए बैजूस आपको इसका अवसर देने का उपाय तलाश रही है।

रवींद्रन ने कहा, ‘यहां तक कि हमारे आलोचक भी जानते हैं कि मैंने इस कंपनी में अपना सबकुछ और उससे कहीं अधिक निवेश किया है। मुझे उम्मीद है कि आप बैजूस के साथ उस भावना के साथ जुड़े रहने का महत्त्व समझेंगे जिसके साथ आप पहली बार हमारे सफर में शामिल हुए थे। मैं वैश्विक शैक्षणिक परिदृश्य में बदलाव के लिए हमारी साझेदारी बरकरार रहने की उम्मीद करता हूं।’

बैजूस ने आज सुबह कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ाने के लिए अपनी असाधारण आम बैठक (ईजीएम) आयोजित की। सूत्रों के अनुसार शेयरधारकों ने कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ाने के प्रस्ताव पर कोई आपत्ति नहीं जताई। बैठक सुबह 10 बजे शुरू हुई और उसमें बैजूस थिंक ऐंड लर्न मैनेजमेंट सहित करीब 20 निवेशक प्रतिनिधि उपस्थित थे।

कंपनी के एक सूत्र ने कहा, ‘मीडिया खबरों के विपरीत कोई भी नाराज निवेशक अपनी चिंता जाहिर करने के लिए बैठक में व्यक्तिगत तौर पर शामिल नहीं हुआ और उन्होंने अपने प्रतिनिधि को भेजा।’

निवेशक पक्ष के एक सूत्र ने कहा कि सभी निवेशकों के अधिकृत प्रतिनिधि वहां मौजूद थे। उन्होंने कहा, ‘किसी ने भी बैठक का बहिष्कार नहीं किया।’

नतीजे में डाक मतपत्रों को भी शामिल किया जाएगा। औपचारिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद आधिकारिक तौर पर नतीजा जारी किया जाएगा जिसे 6 अप्रैल तक आने की उम्मीद है। चार निवेशकों- प्रोसस, जनरल अटलांटिक, सोफिना, और पीक एक्सवी (पूर्व में सिकोया)- ने बैजूस के 22 अरब डॉलर के अधिकतम मूल्यांकन के मुकाबले 99 फीसदी से कम एंटरप्राइज मूल्यांकन पर राइट्स इश्यू पर रोक लगाने की मांग की थी। उन्हें आशंका है कि राइट्स इश्यू से उनके निवेश का मूल्य खत्म हो जाएगा। सूत्रों के अनुसार, छह निवेशकों के पास कुल मिलाकर कंपनी में 32 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी है।

राष्ट्रीय कंपनी विधिक पंचाट (एनसीएलटी) के बेंगलूरु पीठ ने गुरुवार को अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ाने के लिए बैजूस की इस असाधारण आम बैठक पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।

First Published - March 29, 2024 | 10:39 PM IST

संबंधित पोस्ट