जर्मनी की प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी सैप में पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत में मजबूत वृद्धि देखी गई है, जो छोटे और मध्य उद्यम (एसएमई) खंड की ओर से क्लाउड की मांग से प्रेरित रही है। आज यह ग्राहकों की गंभीर समस्याओं को हल करने के लिए कारोबार में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) पर भारी निवेश कर रही है। सैप के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (भारतीय उपमहाद्वीप) कुलमीत बावा ने आयुष्मान बरुआ के साथ साक्षात्कार में भारत में सैप की विकास यात्रा और एआई की रणनीति के संबंध में बात की। प्रमुख अंश:
भारत में मौजूदगी हमारे लिए बहुत ही रोमांचक समय है। बाजार बढ़ रहा है। घरेलू बाजार, जी20 शिखर सम्मेलन में हमने जो उत्साह देखा, जिस रफ्तार से हमारा स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र बढ़ रहा है, ये सब भारत को मजबूत बाजार बनाते हैं। आज भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग 60 प्रतिशत भाग सैप प्रणाली को छूता है। इसलिए हम भारत की विकास यात्रा और राष्ट्र निर्माण का प्रमुख हिस्सा रहे हैं।
वैश्विक महामारी के बाद क्लाउड और डेटा पहले की तुलना में काफी तेजी से बढ़ने लगे और सैप इसमें प्रमुख रही है। इसलिए हम पिछले कुछ वर्षों में काफी इजाफा देखने लगे हैं। अगर मैं इसे उद्यम, डिजिटल स्रोत और मध्य बाजार खंडों में विभाजित करूं, तो हम हर जगह इजाफा देख रहे हैं।
हम उद्योग में विशेषज्ञता रखते हैं और उपभोक्ता पैकेज्ड सामान (सीपीजी), जीवन विज्ञान, विनिर्माण तथा फार्मास्युटिकल्स जैसे अन्य कार्य क्षेत्रों में इजाफा देख रहे हैं। हम क्लाउड के अपने ग्राहकों को काफी पहले ही दोगुना कर चुके हैं तथा मध्य-बाजार, जो हमारे लिए एक बड़ा खास है, पिछले दो से तीन वर्षों में अत्यधिक बढ़ चुका है तथा बहुत तेजी से बढ़ रहा है।
फिलहाल मध्य-बाजार खंड में सैप इंडिया के पास 10,000 से अधिक ग्राहक हैं। वैश्विक वृद्धि के अनुरूप हमारे कुल ग्राहक आधार का 80 प्रतिशत भाग मध्य आकार की कंपनियों का है, जो हमारे लिए भविष्य को भी परिभाषित करेगा। सैप इंडिया के नजरिए से हम क्लाउड इस्तमाल के मामले में दुनिया भर में अग्रणी हैं।
भारत में हमारे ग्राहक जिस रफ्तार से क्लाउड समाधान अपना रहे हैं, वह रफ्तार बहुत तेज है। भारत में हमारे सभी तरह के कारोबार काफी ज्यादा अंकों में बढ़ रहे हैं। भारत में 100 में से 40 यूनिकॉर्न एग्रीटेक, एडटेक, फिनटेक, डी2सी और ईवी सहित अन्य क्षेत्रों में सैप पर चलती हैं। आज हमारे साथ सैकड़ों स्टार्टअप काम कर रही हैं।
एआई कभी भी इतनी रोमांचक नहीं रही है, जितनी अब है। खास तौर पर जेनरेटिव एआई (जेनएआई) किसी भी अन्य चीज की तुलना में अधिक उग्र होने जा रही है। यह इंटरनेट या मोबाइल फोन से भी अधिक उग्र होगी। यह स्पष्ट रूप से क्रांतिकारी है। हम इससे क्या बनाते हैं और इसे कैसे बढ़ाते हैं, यह बात हम पर निर्भर करेगी।
सैप हमेशा नवोन्मेष में सबसे आगे रही है, जो यह परिभाषित करता है कि हमारे लिए आगे क्या है। यही बिल्कुल वही चीज है, जो हम कारोबारी नजरिये से जेन एआई के साथ करेंगे। कारोबारी एआई हमारे ग्राहकों की प्राथमिकताओं के अनुरूप सैप के लिए अगला बड़ा दांव होगी।
एआई हमारे लिए नई नहीं है। हमने वर्षों से अपने समाधानों में एआई को शामिल किया है। सैप अपने पोर्टफोलियो में एआई को शामिल करती है। वह बाजार में सबसे अच्छे एआई टूल का लाभ उठाती है और उन्हें उद्योग के लिहाज से अत्यंत विशिष्ट डेटा और गहन प्रक्रिया ज्ञान के साथ जोड़कर ऐसे समाधान प्रदान करती है, जो उसके ग्राहकों के सबसे महत्वपूर्ण कारोबारी कार्यों को शक्ति प्रदान करते हैं।
अब हम जेनएआई के यूज केस निर्मित कर रहे हैं। हम जेनएआई में अपना निवेश बढ़ा रहे हैं और यह देख रहे हैं कि हम इसे न केवल सैप के भीतर, बल्कि पूरे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए कैसे बढ़ा सकते हैं। हमने ग्राहकों को एआई की पूरी क्षमता का लाभ उठाने में मदद करने के लिए गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और आईबीएम जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी की है।
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