केंद्र सरकार के भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने देश 50 हजार 4जी साइट लगाए हैं। संचार मंत्रालय ने आज यह जानकारी दी है। मंत्रालय ने कहा कि इस साल 29 अक्टूबर तक बीएसएनएल ने 50 हजार से अधिक साइट स्थापित किए हैं और उनमें से 41 हजार से अधिक साइट अभी संचालित हो रहे हैं।
करीब 36,747 साइट परियोजना के 9.2वें चरण में स्थापित किए गए हैं। डिजिटल भारत निधि द्वारा दी गई रकम से 4 जी परियोजना के तहत 5,000 साइटें स्थापित की गई हैं। इसे पहले यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (यूएसओएफ) कहा जाता था।
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि अगले साल जून तक 1 लाख साइट स्थापित करने के बाद बीएसएनएल की देश भर में 4जी सेवाएं शुरू हो जाएंगी और उन्हें महीने भर के भीतर 5जी में तब्दील किया जाएगा। ऑपरेटर ने अपने 5जी रेडियो एक्सेस नेटवर्क (आरएएन) और 3.6 गीगाहर्ट्ज और 700 मेगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी बैंड में कोर नेटवर्क के लिए परीक्षण पूरा कर लिया है।
अभी की जा रही तैनाती पिछले साल मई में 1 लाख नए दूरसंचार टावरों के लिए 4जी उपकरण प्रदान करने के लिए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को दिए गए 24,500 करोड़ रुपये के ठेके का हिस्सा है। ठेके में करीब 13 हजार करोड़ रुपये के नेटवर्क गियर के साथ-साथ तीसरे पक्ष के आइटम और 10 साल का सालाना रखरखाव अनुबंध भी शामिल है।
बिज़नेस स्टैंडर्ड ने पहले ही बताया था कि बीएसएनएल ने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई के साथ-साथ अधिकांश राज्यों की राजधानियों में साइट लगाने का काम पूरा कर लिया है।