साल भर से बौद्धिक संपत्ति अधिकार (आईपीआर) के मामले में उलझी बिस्कुट निर्माण क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ब्रिटानिया दानोन के साथ जल्द ही समझौता करने के मूड में दिख रही है।
हाल में कंपनी ने दानोन के महासचिव लोइक जैकब को ब्रिटानिया के निदेशक मंडल में भी शामिल कर लिया है। ब्रिटानिया के चेयरमैन नुस्ली वाडिया ने कहा, ‘हमने मलेशिया और सिंगापुर के न्यायालय में दानोन के खिलाफ मुकदमा कर दिया है। हमारा मकसद टाइगर के बौद्धिक अधिकार का मामला समिति के तहत लाने का है।’
ब्रिटानिया की ‘टाइगर’ ब्रांड इस वक्त कंपनी की सबसे प्रमुख ब्रांड है। कंपनी की कुल आय का लगभग 30 फीसदी हिस्सा टाइगर की बिक्री से ही आता है। इसके बाद ‘गुड डे’ का नंबर आता है। दानोन के महासचिव का ब्रिटानिया के निदेशक मंडल में होने से यह बात तो साफ हो जाती है कि कंपनी में दानोन की हिस्सेदारी बनी रहेगी। पिछले लगभग एक साल से दानोन ब्रिटानिया में अपनी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। लेकिन दानोन को ऐसा करने से रोकने के लिए वाडिया ने काफी सख्त नियम बनाए हैं और दानोन के शेयरों की कीमत भी काफी कम लगा रहे हैं।
दानोन और वाडिया के संबंधों में यह दरार लगभग 18 महीने पहले पड़ी थी। जब कंपनी के फ्रांसीसी सहयोगी ने ब्रिटानिया की इजाजत लिए बगैर कंपनी की ब्रांड का विदेशों में इस्तेमाल किया था। इसके बाद ब्रिटानिया ने कंपनी की बौद्धिक संपत्ति के मामले देखने के लिए एक समिति का गठन किया। इस समिति के सामने सबसे बड़ा मामला था दानोन समूह की सहायक कंपनी जेनेराल बिस्कुट द्वारा ब्रिटानिया के ‘टाइगर’ ब्रांड का पांच देशों में इस्तेमाल और कई और देशों में पंजीकरण के लिए किए गए आवेदन भी शामिल हैं।