एक ओर कोरोना महामारी ने कई कारोबारों को हाशिये पर धकेल दिया है लेकिन कुछ श्रेणियों में कारोबार में तेजी की उम्मीद भी जगी है। स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं व्यक्तिगत देखभाल जैसी श्रेणियां इसके सबसे बड़े लाभार्थियों में से हैं। मार्केट रिसर्च कंपनी कैंटार द्वारा जारी कोरोना का उपभोग पैटर्न पर प्रभाव संबंधी रिपोर्ट के अनुसार, इन श्रेणियों में लगातार विस्तार हो रहा है और मार्च-मई 2020 की अवधि में 350 से अधिक हैंड सेनिटाइजर लॉन्च किए गए, हैंड वॉश ब्रांड बाजार में भी तेेजी आ रही है तथा पिछले 14 हफ्तों में प्रति सप्ताह 3,00,000 के करीब घर इस ओर आए हैं। कोरोना से पहले विभिन्न ब्रांडों के लिए स्वच्छता तथा वेलनेस जैसे पैमाने काफी हद तक शहरों तक ही सीमित थे। यहां तक कि शहरों में भी गैर-ब्रांड वाले सामानों की एक लंबी शृंखला मौजूद थी। कोरोना महामारी ने नाटकीय रूप से हालिया परिदृश्य को बदल दिया है और शहरी तथा ग्रामीण, सभी उपभोक्ता विश्वसनीय नामों की ओर रूख कर रहे हैं।
इस बदलाव का लाभ उठाते हुए कंपनियों ने न केवल नए उत्पाद लॉन्च किए तथा प्रतिरक्षा, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता को अपने विज्ञापनों में शामिल किया, बल्कि विभिन्न श्रेणियों के दायरे को भी बढ़ाया है। ब्रांड नवाचार के साथ कई तरह के वादे कर रहे हैं, उदाहरण के लिए, वायरस को मारने का वादा करने वाला फर्श क्लीनर या प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने वाली ब्रेड आदि। नई श्रेणियां विशाल प्रतिरक्षा-स्वच्छता श्रेणी का एक हिस्सा बन गई हैं। उदाहरण के लिए, सब्जी की सफाई करने वाली मशीन, एथलेज्यूर (प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत करने के लिए फिटनेस को बढ़ावा देना) और दूसरे ऐसे उत्पाद। कैंटार की वल्र्ड पैनल डिविजन के प्रबंध निदेशक (दक्षिण एशिया) रामकृष्णन ने कहा, ‘घरेलू खपत के दृष्टिकोण से स्वच्छता उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है।’
गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (जीसीपीएल) के मुख्य कार्याधिकारी (भारत एवं सार्क) सुनील कटारिया बताते हैं कि कोरोना महामारी से पैदा हुई विभिन्न जरूरतों को पूरा करने के लिए कंपनी विभिन्न उत्पाद लेकर आई है। उन्होंने कहा, ‘हमने हाल ही में 12 उत्पादों की गोदरेज प्रोटेक्ट कॉम्प्रिहेन्सिव पर्सनल ऐंड होम हाइजीन रेंज जारी की। इसमें एक रुपये के हैंड सैनिटाइजर पाउच जैसे नवोन्मेष भी शामिल हैं।’
जिस गति के साथ महामारी ने स्वच्छता संबंधी आदतों को बदला है, इसका एक अर्थ हो सकता है कि यह एक अस्थायी बदलाव है, लेकिन दूसरी ओर बाजार विशेषज्ञ इंगित करते हैं कि महामारी की तीव्रता को देखते हुए ये परिवर्तन स्थायी हो सकते हैं। हालांकि ब्रांड किसी भी तरह से अवसरों को खोना नहीं चाहते हैं। कैंटार की रिपोर्ट में कहा गया है कि हैंड वाश, हैंड सैनिटाइजर, फ्लोर क्लीनर आदि उत्पादों वाले स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं प्रतिरक्षा श्रेणी में कोरोना के बाद के समय (मार्च-मई 2020) में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 24 प्रतिशत की तेजी आई और 11,495 करोड़ रुपये का कुल कारोबार हुआ। इन श्रेणियों में बहुत तेजी के साथ विस्तार हो रहा है। साल 2019 में कुल वृद्धि साल 2018 के मुकाबले 10 फीसदी बढ़ी लेकिन महामारी के बाद इनमें तेज विस्तार देखा गया। साफ-सफाई तथा देखभाल को स्वास्थ्य एवं वायरस से सुरक्षा के साथ जोड़कर पेश किया जा रहा है, जिससे इन श्रेणियों का दायरा व्यापक हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, वयस्कों के लिए स्वास्थ्यवर्धक पेय (बच्चों के लिए स्वास्थ्य संबंधी पेय से अलग) और ब्रांडेड प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले उत्पादों की मांग में तेज वृद्धि हुई है। मार्च-मई 2020 अवधि में वेलनेस ड्रिंक्स की मांग पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 87 प्रतिशत बढ़ गई, जो पिछले इसी अवधि के मुकाबले 4 प्रतिशत कम थी। डाबर इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी मोहित मल्होत्रा ने कहा कि डाबर च्यवनप्राश और डाबर हनी जैसे प्रमुख प्रतिरक्षा बूस्टर उत्पादों की मांग में वृद्धि हुई है और बाजार में कई जगह स्टॉक की कमी हो रही है। कई ब्रांड समय की इस मांग को पूरा करने के लिए सौंदर्य तथा व्यक्तिगत देखभाल संबंधी उत्पादों का विस्तार कर रहे हैं। इमामी की निदेशक प्रीति सुरेका ने कहा कि वे बोरोप्लस और झंडू लेबल के तहत अपनी उपस्थिति का विस्तार कर रहे हैं। एमवे इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी अंशु बुधराजा ने कहा, ‘हमने प्रतिरक्षा बढ़ाने वाली एसकेयू की बिक्री में तीन गुना वृद्धि देखी है, जिसमें न्यूट्रिलाइट की हर्बल रेंज के साथ-साथ व्यक्तिगत स्वच्छता तथा घर की देखभाल संबंधी श्रेणियां भी शामिल हैं।’