हर्फिनडहल-हर्शमैन इंडेक्स (एचएचआई) के आंकड़ों से पता चलता है कि प्रमुख कंपनियों ने कोविड-19 अवधि के दौरान अपने उद्योग में बड़ी भागीदारी बनाई जिससे कई उद्योगों में बाजार संकेंद्रण में वृद्घि को बढ़ावा मिला है।
एचएचआई स्कोर उद्योग में प्रतिस्पर्धी तीव्रता (या उसके अभाव) का संकेत देता है और यह वित्त वर्ष 2021 में नई ऊंचाई पर पहुंच गया, क्योंकि बड़ी कंपनियों ने आंतरिक स्रोतों या विलय एवं अधिग्रहणों के जरिये अपनी राजस्व बाजार भागीदारी बढ़ाई। ऊंचे एचएचआई स्कोर से बाजार संकेंद्रण कुछ कंपनियों के पक्ष में वृद्घि का संकेत देता है, जबकि कम स्कोर का मतलब है कि उद्योग का राजस्व ज्यादा कंपनियों के बीच समान रूप से विभाजित है।
बाजार संकेंद्रण में सबसे बड़ी तेजी दूरसंचार में देखी गई, क्योंकि शीर्ष दो कंपनियों – रिलायंस जियो और भारती एयरटेल ने वोडाफोन आइडिया, भारत संचार निगम (बीएसएनएल) और महानगर टेलीफोन निगम (एमटीएनएल) के मुकाबले वित्त वर्ष 2021 में अपनी राजस्व बाजार भागीदारी में और ज्यादा इजाफा दर्ज किया।
दूरसंचार क्षेत्र में एचएचआई स्कोर नई ऊंचाई पर पहुंच गया। यह वित्त वर्ष 2020 के 2,729 और वित्त वर्ष 2016 के 1,607 से बढ़कर वित्त वर्ष 2021 में करीब 2,900 पर पहुंच गया।
एचएचआई स्कोर में अच्छी तेजी दर्ज करने वाले अन्य उद्योगों में इस्पात, सीमेंट, टायर और विमानन शामिल रहे।
2,500 या उससे ज्यादा के एचएचआई स्कोर वाले उद्योग को ज्यादा संकेंद्रित समझा जाता है, जबकि 1,500 और 2,500 के बीच एचएचआई वाले उद्योग को कम संकेंद्रित, जबकि 1,500 से कम एचएचआई स्कोर का मतलब है कि उद्योग प्रतिस्पर्धी है। अमेरिका का न्याय विभाग विलय-अधिग्रहण और प्रतिस्पर्धा पर उनके असर का आकलन करने के लिए एचएचआई स्कोर का इस्तेमाल करता है।
एचएचआई संबद्घ क्षेत्र में परिचालन कर रही सभी कंपनियों की राजस्व भागीदारी पर आधारित है। बिजनेस स्टैंडर्ड की गणना खास क्षेत्र की सूचीबद्घ और प्रमुख गैर-सूचीबद्घ कंपनियों (जिनके आंकड़े उपलब्ध हैं) के सालाना राजस्व पर आधारित है। टाटा स्टील और भारती एयरटेल जैसी वैश्विक रूप से विविधीकृत कंपनियों के लिए हमने उनके भारतीय राजस्व पर ध्यान दिया है।
शीर्ष दो मोबाइल ऑपरेटरों – रिलायंस जियो और भारती एयरटेल का अब बाजार में 68 प्रतिशत दबदबा है, जबकि वित्त वर्ष 2020 में यह भागीदारी 61 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2018 में 49 प्रतिशत थी।
इस्पात उद्योग ने एचएचआई स्कोर में अच्छी तेजी दर्ज की है, क्योंकि दो प्रमुख इस्पात निर्माताओं – टाटा स्टील और जेएसडब्ल्यू स्टील ने वित्तीय रूप से कमजोर कंपनियों को दिवालिया प्रक्रिया के तहत खरीदने पर जोर दिया।
इस्पात क्षेत्र के लिए एचएचआई स्कोर एक साल पहले के 1,947 से बढ़कर वित्त वर्ष 2021 में 2,082 पर दर्ज किया गया, जिससे इस क्षेत्र में बाजार संकेंद्रण के नरम स्तर का संकेत मिलता है। तुलनात्मक तौर पर वित्त वर्ष 2016 में 1,479 के एचएचआई स्कोर के साथ यह उद्योग पांच साल पहले काफी हद तक प्रतिस्पर्धी था।
विश्लेषकों को एचएचआई स्कोर में और तेजी आने की संभावना है, क्योंकि कई इस्पात परिसंपत्तियों में सुधार आने की संभावना है। इस साल मार्च में, जेएसडब्ल्यू स्टील ने भूषण पावर ऐंड स्टील का अधिग्रहण किया। वहीं दूसरी तरफ, टाटा स्टील ने भूषण स्टील और उषा मार्टिन की इस्पात इकाई की खरीदारी की।
महामारी की अवधि में वाहन टायर और विमानन क्षेत्र में भी बाजार संकेंद्रण में इजाफा दर्ज किया गया।