दिग्गज दोपहिया निर्माता बजाज ऑटो का एकीकृत परिचालन राजस्व वित्त वर्ष 24-25 की पहली तिमाही में 16 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 11,932.07 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जबकि तिमाही के दौरान कर पश्चात लाभ 18 फीसदी की बढ़त के साथ 1,941.79 करोड़ रुपये रहा।
परिचालन राजस्व में वृद्धि वाहनों की मजबूत बिक्री और कलपुर्जे से रिकॉर्ड राजस्व के साथ-साथ देसी व निर्यात कारोबारों में वॉल्यूम के विस्तार के चलते हुई। कंपनी ने कहा कि प्रीमियम वाहनों की अनुकूल हिस्सेदारी से भी राजस्व में दो अंकों में इजाफा हुआ। एकल मुनाफा मार्जिन इस अवधि में 20.2 फीसदी रहा, जो सालाना आधार पर 130 आधार अंक ज्यादा है और इसे बेहतर कीमत व लागत कटौती से सहारा मिला, जिसने बढ़ते इलेक्ट्रिक दोपहिया कारोबार में हुई परेशानी की भरपाई कर दी।
बजाज ऑटो के शेयरों की प्रतिक्रिया सकारात्मक रही क्योंकि नतीजे विश्लेषकों के अनुमान के मुताबिक रहे। कंपनी का शेयर एनएसई पर 0.20 फीसदी की मामूली वृद्धि के साथ 9,693 रुपये पर बंद हुआ। ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों ने 11,812 करोड़ रुपये का राजस्व, 2,363 करोड़ रुपये का एबिटा और 19 फीसदी मार्जिन रहने का अनुमान जताया था।
बजाज ऑटो का देसी कारोबार लगातार नौ तिमाहियों में दो अंकों में बढ़ा है, जिसे मोटरसाइकल, वाणिज्यिक वाहनों और इलेक्ट्रिक स्कूटर के पोर्टफोलियो में सतत वृद्धि से सहारा मिला। तिमाही के दौरान इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया की हिस्सेदारी देसी बिक्री में 14 फीसदी रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 6 फीसदी रही थी।
निर्यात राजस्व सालाना आधार पर दो अंकों में बढ़ा और लैटिन अमेरिका के बाजारों का राजस्व सबसे ज्यादा रहा, साथ ही एशिया में वृद्धि अफ्रीका की चुनौतियों को कम कर रहा है। खुद के स्वामित्व वाला पहला असेंबली सेंटर ब्राजील के मॉनस में चालू किया गया, जिसकी सालाना क्षमता 20,000 इकाई है (एक शिफ्ट के आधार पर)।
बजाज ऑटो के कार्यकारी निदेशक राकेश शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि अफ्रीकी बाजारों मसलन नाइजीरिया व पड़ोसी देश बांग्लादेश को छोड़कर ज्यादातर निर्यात बाजार पटरी पर आ गए हैं।जिंसों की बढ़ती कीमतों पर टिप्पणी करते हुए शर्मा ने कहा कि हम पहले ही जुलाई में कीमतें बढ़ा चुके हैं और अभी बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ा है।
एक साल की समाप्ति पर ट्रायम्फ की डिलिवरी 60,000 इकाई रही और पेशकश के बाद से इसकी बिक्री 1,200 करोड़ रुपये की रही है। बाइक का निर्यात 50 देशों को जारी है, लेकिन बजाज ऑटो ट्रायम्फ के लिए देसी नेटवर्क का भी विस्तार कर रही है, जो अभी 100 शोरूम तक फैला है और आगामी महीनों में 150 शोरूम और जुड़ेंगे।
वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री तिमाही में 1 लाख यूनिट रही। इलेक्ट्रिक तिपहिया का नेटवर्क 200 शहरों तक हो गया है, जो मार्च में 60 शहरों तक था और बाजार हिस्सेदारी 30 फीसदी पर पहुंच रही है। बजाज ऑटो के पास 16,764 करोड़ रुपये की सरप्लस नकदी है और मुक्त नकदी प्रवाह का मजबूत सृजन बरकरार है। 505 करोड़ रुपये की पूंजी पूर्ण स्वामित्व वाली वित्तीय सहायक में लगाई गई। स्टॉकबॉक्स के विश्लेषक पार्थ शाह ने कहा कि बजाज ऑटो ने देसी कारोबार में स्थिर विस्तार किया है, वहीं निर्यात कारोबार में सतत सुधार कर रही है और धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है।