सरकार का मानना है कि अमेरिका की दिग्गज तकनीकी कंपनी ऐपल (Apple) निर्यात के साथ ही अगले कुछ वर्षों में भारत में अपना निवेश दोगुना या तिगुना कर सकती है। ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि ऐपल ने चीन के बाद दुनिया के सबसे बड़े स्मार्टफोन बाजार भारत में आज अपने दूसरे स्टोर की शुरुआत की है।
ऐपल भारत में अनुबंध के आधार पर उत्पाद बनाने वाली ताइवान की कंपनियों के जरिये भारत में मुख्य रूप से आईफोन असेंबल करती है लेकिन चीन पर निर्भरता कम करने के मकसद से कंपनी की योजना आईपैड (iPad) और एयरपॉड्स (AirPods) का भी देश में उत्पादन करने की है।
भारतीय सेल्युलर ऐंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल 2022 से फरवरी 2023 तक भारत में बने कुल 9 अरब डॉलर के स्मार्टफोन में से करीब आधे का निर्यात किया गया है।
सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि ऐपल और भारत की इस साझेदारी से अगले कुछ वर्षों में देश में निवेश, विकास, निर्यात और रोजगार में दोगुना-तिगुना इजाफा होगा।’
बीते बुधवार को नई दिल्ली में ऐपल के मुख्य कार्याधिकारी (CEO) टिम कुक के साथ बैठक के बाद चंद्रशेखर ने ये बातें कही हैं। कुक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकता की है। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘ऐपल देश भर में विकास और निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है।’
ऐपल सीईओ ने आज नई दिल्ली के साकेत में ऐपल के दूसरे स्टोर की शुरुआत की। इससे दो दिन पहले मुंबई में ऐपल का पहला स्टोर खोला गया था। दिल्ली में भी स्टोर खुलने को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। कुछ लोग तो केवल टिम कुक की एक झलक पाने के लिए स्टोर तक पहुंचे थे। इस दौरान कुक ने ग्राहकों का स्वागत किया और उनके साथ सेल्फी भी खिंचवाई।
ऐपल को दक्षिण एशियाई देशों में रिटेल स्टोर खोलने में शुरुआत में काफी अड़चनों का सामना करना पड़ा था। हालांकि ऐपल के उत्पाद कंपनी के ई-कॉमर्स साइट के जरिये ऑनलाइन उपलब्ध थे।
Also read: Delhi Apple store launch: देखिए साकेत स्टोर की पहली झलक
भारत के स्मार्टफोन बाजार में ऐपल की हिस्सेदारी महज 3 फीसदी है, ऐसे में कंपनी यहां अपने लिए व्यापक संभावनाएं देख रही है। इसके साथ ही ऐपल भारत का बड़ा विनिर्माण केंद्र बनाने का प्रयास कर रही है। देश में आईफोन सहित इसके अन्य उत्पाद तीसरे पक्ष के विनिर्माताओं फॉक्सकॉन (Foxconn), विस्ट्रॉन कॉर्प (Wistron Corp) और पेगाट्रोन (Pegatron Corp) के जरिये बनाए जा रहे हैं।
वाणिज्य एवं व्यापार मंत्री पीयूष गोयल ने जनवरी में कहा था कि ऐपल अपने कुल उत्पादन का करीब 25 फीसदी विनिर्माण भारत में करना चाहती है जो अभी करीब 5 से 7 फीसदी है।