iPhone बनाने वाली स्मार्टफोन कंपनी ऐपल (Apple Inc.) ने चीन में 8 प्रतिशत की राजस्व में बढ़ोतरी दर्ज की है। इसके साथ ही कंपनी ने भारत में रिकॉर्ड iPhone बिक्री की। हालांकि दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी को तिमाही में मुनाफा देखने को नहीं मिला लेकिन इस दौर में यह खबर कंपनी के लिए सकारात्मक दिख रही है।
Apple द्वारा लगातार तीसरी तिमाही में बिक्री में गिरावट दर्ज करने और मौजूदा अवधि में भी इसी तरह के परफॉर्मेंस की उम्मीद का ऐलान करने के बाद भी ये दो खबरें ऐपल के लिए उम्मीद जगाने वाली रहीं। बता दें कि इस समय इंडस्ट्री वैश्विक मंदी से प्रभावित है जिसकी वजह से स्मार्टफोन, कंप्यूटर और टैबलेट की मांग कम हो गई है। आईपैड (iPad ) और मैकबुक (Macbooks) बनाने वाली इस कंपनी ने चीन से राजस्व में उम्मीद से बेहतर 7.9% की वृद्धि दर्ज की। ब्लूमबर्ग ने बताया कंपनी के राजस्व में हांगकांग और ताइवान भी 15.7 अरब डॉलर के राजस्व के साथ शामिल हैं।
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ब्लूमबर्ग ने बताया कि भारत में iPhone की बिक्री दोहरे अंक में बढ़कर नई ऊंचाई पर पहुंच गई, हालांकि अधिकारियों ने सटीक संख्या का खुलासा नहीं किया।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि विशेष रूप से चीन पिछले साल से वैश्विक स्मार्टफोन क्षेत्र में एक प्रमुख रुकावट रहा है, और कोविड के बाद की आर्थिक उथल-पुथल (economic turbulence) के कारण बेहतर वापसी करने में सफल भी नहीं रहा है। ऐपल के मुख्य कार्याधिकारी टिम कुक (Tim Cook ) ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े मोबाइल बाजार में यूजर्स ऐपल के सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वियों के एंड्रॉइड ऑप्शन्स को छोड़ रहे हैं, जिसमें Xiaomi Corp. और Huawei Technologies Co. शामिल है।
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कुक ने कंपनी के तिमाही रिजल्ट के बाद की ब्रीफिंग में विश्लेषकों से कहा कि तिमाही के लिए, वे लोग जो एंड्रायड को छोड़ iPhone की तरफ रुख कर रहे हैं यानी स्विचर, iPhone के परिणामों का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा थे और ऐपल ने एक रिकॉर्ड बनाया।